पटना सिटी से दानापुर तक के लगभग सभी मोहल्लों में डेंगू ने पांव पसार लिया है। यहीं नहीं, संपतचक, बाढ़, मोकामा, फतुहा और अथमलगोला में भी प्रकोप बढ़ रहा है। इससे अस्पतालों में मरीजों की भी संख्या बढ़ गई है।
पटना जिले में डेंगू अब विस्फोटक रूप लेने लगा है। डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। पिछले पांच दिनों में चौथी बार एक दिन में 100 से अधिक पीड़ित मिले। बुधवार को जिले में 102 नए पीड़ित मिले। इससे पहले मंगलवार को 124, सोमवार को दो, रविवार को 108 और शनिवार को 102 पीड़ित मिले थे। इस साल की शुरुआत से 30 जून तक पटना में मात्र 21 डेंगू पीड़ित मिले थे। एक जुलाई से 10 अक्टूबर तक 1698 पीड़ित मिले थे। मगर पिछले 12 दिनों में लगभग 1295 नए डेंगू मरीजों की पहचान हुई। अब कुल पीड़ितों की संख्या बढ़कर 3014 हो गई है।
बुधवार को कंकड़बाग अंचल में 25, बांकीपुर में 14, पाटलिपुत्रा में 21, एनसीसी में आठ, अजीमाबाद में आठ पीड़ित मिले। वहीं आठ मरीजों की पहचान नहीं हो सकी है। प्रखंडों में फुलवारीशरीफ में सात, संपतचक में तीन, खुसरूपुर में दो, बख्तियारपुर में दो पीड़ित मिले।
पटना सिटी से दानापुर तक डेंगू का कहर
पटना सिटी से दानापुर तक के लगभग सभी मोहल्लों में डेंगू ने पांव पसार लिया है। यहीं नहीं, संपतचक, बाढ़, मोकामा, फतुहा और अथमलगोला में भी प्रकोप बढ़ रहा है। इससे अस्पतालों में मरीजों की भी संख्या बढ़ गई है। सरकारी आंकडों के अनुसार, पटना के सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या सिर्फ 60 है, लेकिन बड़े निजी अस्पतालों के आंकड़े को जोड़ दें तो भर्ती मरीजों की संख्या 150 से अधिक हो जाएगी।
पटना के कई प्लैट मे प्रकोप
बोरिंग कैनाल रोड स्थित सुरसुधा लेन के शुभ लक्ष्मी अपार्टमेंट में एक दर्जन से अधिक लोग डेंगू से ग्रसित हैं। वहीं इस गली में राज और युवराज अपार्टमेंट के कई फ्लैट में डेंगू का प्रकोप दिखा। ऐसी स्थिति बोरिंग रोड, किदवईपुरी, एसके नगर, एसके पुरी इलाके के अधिकतर गलियों और घरों की है। हर गली में एक-दो लोगों को डेंगू हुआ है। इन इलाकों में तीन दिनों पर नगर निगम की ओर से फॉगिंग भी की जा रही है।
कंकड़बाग की एमआईजी कॉलोनी में कई घरों में लोग बुखार और डेंगू से पीड़ित हैं। मोहल्ले में रहनेवाले डॉक्टर संतोष ने बताया कि उनके पड़ोस में एक ही परिवार के तीन लोग पीड़ित हैं। भूतनाथ रोड इस बार कंकड़बाग अंचल का सर्वाधिक डेंगू प्रभावित मोहल्ला है। यहां की रंजना ने बताया कि उनके पति अस्पताल में भर्ती हैं, जबकि डेंगू के कारण बच्चा एक सप्ताह से स्कूल नहीं जा पा रहा है। बीच में फॉगिंग और एंटी लार्वासाइड का छिड़काव भी हुआ था, लेकिन पिछले 15 दिनों से एक बार भी ना तो फॉगिंग हुई और ना ही दवा का छिड़काव।
चांदमारी रोड में किडनी रोग से ग्रसित युवक की डेंगू से मौत भी हो गई थी। कंकड़बाग के शुक्ला पैथलैब के डॉ. संगम शुक्ला, सरल के डॉ. कमलेश कुमार ने बताया कि बुखार पीड़ितों की जांच मे 15 से 20 लोग डेंगू से पीड़ित पाए जा रहे हैं। शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. सुनील कुमार ने बताया कि 50 बुखार पीड़ित बच्चों में 15 से 20 में डेंगू निकल रहा है। काली मंदिर रोड के डॉ. सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि काली मंदिर रोड, विजय नगर, संजय गांधी नगर और एचआईजी के रोज 10-12 मरीज उनसे इलाज कराने आ रहे हैं।
कदमकुआं इलाके में घर-घर चिकनगुनिया से पीड़ित लोग
कदमकुआं के पश्चिमी लोहानीपुर में अधिकतर घरों में चिकनगुनिया से पीड़ित लोग हैं। मोहल्ले के पवन कुमार ने बताया कि बुखार हुआ तो तीन दिनों में खत्म हो गया। उसके बाद दर्द पीछा नहीं छोड़ रहा है। यही परेशानी पूजा देवी के साथ है। हर्षराज ने बताया कि घर में तीन लोगों को चिकनगुनिया हुआ है। पैथोलॉजी के बीरेन्द्र कुमार ने कहा कि रोज 3-4 लोगों को चिकनगुनिया निकल रहा है।
सिटी जलजमाव वाले इलाकों में ज्यादा मच्छर
बड़े नालों और जलमाव वाले इलाकों में डेंगू का अधिक प्रकोप है। मेहंदीगंज, बिस्कोमान कॉलोली, लड्डू अखाड़ा, पूरब दरवाजा, रानीपुर, बाइपास, मरची, गुड़ की मंडी में कई लोग डेंगू से पीड़ित बताए जाते हैं। कैमाशिकोह व गुलजारबाग इलाके में भी कई घरों में फैल चुका है।