एमपी के छतरपुर जिले में एसपी ऑफिस में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति बन गई जब हनुमान जी की प्रतिमा गोद में लिए एक पुजारी जी फरियाद लगाने पहुंच गए। क्या है पूरा मामला इस रिपोर्ट में जानें…
मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में एसपी ऑफिस में उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति बन गई जब एक पुजारी हनुमान जी की प्रतिमा लेकर फरियाद लगाने पहुंच गए। छतरपुर जिले के नौगांव थाना क्षेत्र के फुलवरा गांव के रहने वाले पुजारी पुरुषोत्तम नायक ने अधिकारी को आवेदन देते हुए कहा कि गांव के मंदिर की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। वह सिविल कोर्ट से केस जीत चुके हैं। फिर भी न्यायालय के फैसले को अमल में नहीं लाया जा सका है। उन्हें जमीन पर कब्जा नहीं मिल पाने के कारण भगवान हनुमान विराजमान नहीं हो पा रहे हैं।
बताया जाता है कि छतरपुर एसपी ऑफिस पहुंचे पुजारी पुरुषोत्तम नायक की गोंद में भगवान हनुमान जी की एक बड़ी सी प्रतिमा थी। पुरुषोत्तम नायक का कहना है कि वह बीते 9 वर्षों से हनुमान जी को मंदिर में स्थापित करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जिस जमीन पर मंदिर बना है उस पर पहले विवाद था लेकिन कोर्ट ने फैसला भगवान हनुमान के पक्ष में दिया है। फिर भी स्थानीय प्रशासन कोई मदद नहीं कर रहा है, इस लिए वह एसपी साहब से मदद की उम्मीद लेकर आए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, पुरुषोत्तम नायक हनुमान जी की प्रतिमा गोंद में लेकर जैसे ही एसपी कार्यालय में दाखिल हुए आसपास मौजूद सिपाही और आम लोग हैरान रह गए। एसपी चेंबर के अंदर जब पुरुषोत्तम नायक भगवान हनुमान की प्रतिमा के साथ पहुंचे तो छतरपुर एसपी अगम जैन ने मामले का संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही के आदेश जारी किए। यही नहीं ADM ने भी संबधित SDM को मामले का निस्तारण करने के आदेश दिए हैं।
इस घटना के बारे में पूछे जाने पर छतरपुर एडीएम मिलिंद नागदेवे ने बताया कि पुरुषोत्तम नायक नाम का एक पुजारी हनुमान जी की प्रतिमा लेकर आया था। उसने दावा किया है कि कोर्ट के आदेश की प्रतिलिपि उसके पास है। उसने दावा किया कि वह केस जीत गया है, फिर भी मंदिर की जमीन पर कब्जा नहीं कर पा रहा है। संबंधित मामले की जांच नौगांव एसडीएम विशाल वाधवानी कर रहे हैं। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। यदि पुरुषोत्तम नायक के पास कोर्ट का आदेश है तो निश्चित न्याय होगा।