देवरिया में 700 पीएम आवास लाभार्थियों को मनरेगा मजदूरी का भुगतान नहीं मिला है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के तहत, गौरी बाजार ब्लॉक में सबसे अधिक 174 लाभार्थियों को मजदूरी नहीं मिली है। अधिकारियों की…
देवरिया, निज संवाददाता। पीएम आवास के सात सौ लाभार्थी मनरेगा मजदूरी से वंचित हैं। पीएम आवास के लाभार्थियों को 90 दिन की मजदूरी मिलती है। लेकिन वित्तीय वर्ष 2023-24 के लाभार्थियों को अब तक मजदूरी का भुगतान नहीं किया गया है। सबसे अधिक गौरी बाजार ब्लाक में 174 लाभार्थियों को मजदूरी नहीं मिली है, जबकि जिले के 10 ब्लाकों के 36 लाभार्थियों को एक दिन की भी मजदूरी का भुगतान नहीं हआ है। प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों को आवास स्वीकृत होने के बाद प्रथम किश्त जारी होते ही 90 दिन की मजदूरी मनरेगा योजना से दी जाती है। इसका लाभ डीआरडीएम व मनरेगा विभाग के समन्वय से दिया जाता है। वित्तीय वर्ष 2023-24 के प्रधानमंत्री आवास के लाभार्थियों को 90 दिन की मजदूरी अधिकांश ब्लॉकों के सैकड़ों लाभार्थियों को नहीं मिली है। सबसे अधिक गौरी बाजार ब्लाक में 174 लाभार्थियों को मजदूरी नहीं मिली है। जबकि आवास योजना के प्रभारी परियोजना निदेशक अनिल कुमार ही इस ब्लॉक के खंड विकास अधिकारी पद पर तैनात हैं। जिले में सबसे खराब प्रदर्शन इसी विकास खण्ड का है। बरहज ब्लॉक में 122 लाभार्थियों को 90 दिन की मजदूरी नहीं मिली है। अन्य ब्लॉकों में कुल 695 लाभार्थी अफसरों की लापरवाही के चलते 90 दिन की मजदूरी पानें से वंचित हैं। जिले के 10 ब्लॉकों में 36 लाभार्थियों को एक भी दिन की मजदूरी नहीं दी गयी है। बैतालपुर ब्लॉक में 132 लाभार्थियों को मनरेगा योजना में अनुमोदन के बाद भी मजदूरी नहीं मिली है।
बिना भुगतान लाभार्थियों की वर्क आईडी कर दिया कम्पलीट
मनरेगा वेबसाइट पर वर्ष 2023-24 में जिले के सभी ब्लॉकों में कुल 731 लाभार्थियों की वर्क आईडी बिना 90 दिन की मजदूरी दिए ही कम्प्लीट कर दिया गया है, जिससे शेष बचे दिवसों की मजदूरी नहीं दी जा सकती है। इसमें सर्वाधिक 173 लाभार्थी बनकटा, 167 बरहज और रूद्रपुर के 117 लाभार्थियों का वर्क आईडी कम्प्लीट है। यह सारा खेल अधिकारियों की लापरवाही एवं ब्लॉकों पर कार्यरत मनरेगा कम्प्यूटर ऑपरेटरों की मिली भगत से हुआ है। पहले ब्लाकों पर ही आवास लाभार्थियों का डबल जॉब कार्ड बना कर दूसरे खाता में मजदूरी निकाल लिया जाता था, लेकिन जब से मजदूरों के जॉब कार्ड आधार से जोड़ा गया है, इसकी धांधली पर अंकुश लगाया गया है।