नवादा जिले के मुफस्सिल थाना इलाके में 18 सितंबर को महादलित परिवार के दर्जनों घरों को आग के हवाले करने के मामले में पुलिस ने नालंदा जिले से 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले24 लोगों को अरेस्ट किया जा चुका है।
बिहार के नवादा में पिछले महीने महादलित बस्ती में तोड़फोड़ कर दर्जनों घर जलाने वाले पांच और आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। नवादा कांड में अब तक 29 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। नवादा पुलिस ने सोमवार को नालंदा जिले के अलग-अलग इलाकों में छापेमारी की और जयपाल कुमार चौहान, रोहित चौहान, विनय चौहान, छोटे लाल यादव और अमित राज को गिरफ्तार किया। इन्हें रहुई, दीपनगर और नूरसराय थाना इलाके से पकड़ा गया। पुलिस ने रोहित की एक एसयूवी कार को भी जब्त किया है, जिसका इस्तेमावल वारदात के वक्त किया गया था।
नवादा एसपी अभिनव धीमान ने कहा कि महादलित परिवारों के घरों को आग लगाने के मामले में अब तक 29 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस ने कुल 16 गाड़ियों को जब्त किया है, जिनमें से तीन स्कॉर्पियो, 6 कारें, पांच मोटरसाइकिलें और एक स्कूटी हैं।
दरअसल, मुफस्सिल थाना इलाके के कृष्णा नगर क्षेत्र में 18 सितंबर की रात को महादलित परिवारों के करीब तीन दर्जन घरों को फूंक दिया गया था। पुलिस ने इस कांड में 28 नामजद और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। यह मामला बिहार ही नहीं बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बना। आरोपी और पीड़ित पक्ष दोनों ही दलित वर्ग से हैं। बताया गया कि जमीन विवाद के चलते आरोपियों ने अग्निकांड को अंजाम दिया।
पटना हाई कोर्ट ने इस घटना पर स्वतः संज्ञान लेते हुए बिहार सरकार से विस्तृत जवाब मांगा था। इस केस की अगली सुनवाई 29 नंवबर को तय की गई है। बिहार सरकार की ओर से अदालत को यह बताया गया कि इस घटना के तुरंत बाद पीड़ित परिवारों के लिए भोजन, पानी और आवास की व्यवस्था की गई। पीड़ित परिवारों के बच्चों के लिए स्कूल भी चलाया गया है।