खुखुन्दू, हिन्दुस्तान संवाद। एक बुजुर्ग दम्पति ने थानाध्यक्ष पर डांट कर भगाने का आरोप
खुखुन्दू, हिन्दुस्तान संवाद। एक बुजुर्ग दम्पति ने थानाध्यक्ष पर डांट कर भगाने का आरोप लगाया है। थाना क्षेत्र के बकुची मिश्र गांव निवासी सुभाष चौरसिया एवं उनकी पत्नी फूला देवी ने रोते हुए एक वीडियो में पारिवारिक विवाद के मामले में सुनवाई नहीं करने एवं डांट कर भगाने का आरोप लगाया है। जबकि थानेदार ने आरोप को गलत बताया है।
सुभाष चौरसिया के तीन बेटे हैं। सुभाष चौरसिया अपने मझले बेटे विशम्भर चौरसिया के साथ रहते हैं। सबसे छोटा बेटा पुरानी मकान से अलग हटकर अपनी नई मकान बनवाकर रहता है ।पुरानी मकान में संतोष चौरसिया एवं विशंभर चौरसिया का परिवार रहता है । संतोष चौरसिया बाहर है। पुरानी मकान में हिस्सा बंटवारे को लेकर 1 सितंबर की सुबह नौ बजे घर के अंदर दीवाल को तोड़ने को लेकर बड़े बेटे संतोष चौरसिया की पत्नी संगीता देवी ने मना किया।
कहासुनी के दौरान मारपीट शुरू हो गई। मारपीट में संगीता देवी के सिर में गंभीर चोटें आईं । पुलिस ने अगले दिन संगीता देवी की तहरीर पर 2 सितंबर को ससुर सुभाष चौरसिया, देवर विशम्भर चौरसिया, विशम्भर के बेटे अनुज चौरसिया एवं सुभाष की पत्नी फूला देवी पर मारपीट का केस दर्ज किया। मामले में सुभाष चौरसिया ने भी पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग किया। बंटवारे का पारिवारिक विवाद करीब दस वर्षों से चलता है। जिसको लेकर अनेकों बार पंचायत हो चुकी है।
कोई भी पक्ष पंचायत की बात मानने को तैयार नहीं होता है। इस मामले में पूछे जाने पर थानाध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने बताया कि सुभाष चौरसिया के पक्ष के लोगों के द्वारा तोड़फोड़ एवं मारपीट की गई थी। उनके खिलाफ जांच पड़ताल के बाद केस दर्ज किया गया था। वह दूसरे पक्ष पर अनावश्यक कार्रवाई की मांग कर रहे थे। मेरे द्वारा डांट कर भगाने की बात बिल्कुल ग़लत है। मेरे द्वारा किसी भी मामले में फरियादियों की सुनवाई सम्मान पूर्वक की जाती है।