धनबाद, विशेष संवाददाता ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर जलमीनारें लगेंगी। सड़क व नालियों का निर्माण होगा। शेड भी बनाए जाएंगे। तालाबों में घाटों का भी निर्
– जिला परिषद पूरा करेगी योजनाएं – वित्त आयोग की राशि से पूरी होंगी योजनाएं
– सभी योजनाओं को तीन महीने में पूरा करने का लक्ष्य
– जिला परिषद ने जारी किया टेंडर
– 14 अक्तूबर से मिलेगा टेंडर पेपर
– ऑन लाइन जमा करना होगा
– चार से सत्रह लाख रुपए तक की योजनाएं
धनबाद, विशेष संवाददाता
ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर जलमीनारें लगेंगी। सड़क व नालियों का निर्माण होगा। शेड भी बनाए जाएंगे। तालाबों में घाटों का भी निर्माण होगा। डीप बोरिंग भी होगी। जिला परिषद की देख-रेख में योजनाएं पूरी की जाएंगी। जिला परिषद ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिया है। सभी योजनाओं को तीन माह के अंदर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। योजनाएं चार लाख रुपए से लेकर सत्रह लाख रुपए तक की है।
सभी काम 15वें वित्त आयोग की राशि से पूरी होंगी
जिला परिषद की ओर से निकाली गईं सभी विकास योजनाएं 15वें वित्त आयोग की राशि से पूरी होंगी। इसमें कुछ राशि वित्त आयोग की आबद्ध निधि (टाइड फंड) तथा कुछ अनाबद्ध निधि से पूरी होंगी। जिला परिषद को 15वें वित्त आयोग की राशि का आवंटन पूर्व में ही कर दिया गया है। जिला परिषद से मिली जानकारी के अनुसार सभी योजनाएं जिला परिषद के सदस्यों की अनुशंसा पर ली गईं हैं।
जारी किया गया टेंडर
योजनाओं के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। टेंडर पेपर 14 अक्तूबर से मिलेगा। 21 अक्तूबर की शाम पांच बजे तक टेंडर पेपर लिए जाएंगे। सभी टेंडर पेपर ऑन लाइन जमा किए जाएंगे। 23 अक्तूबर को टेंडर पेपर खोला जाएगा और दर तथा अन्य कागजात की जांच होगी। एल-वन टेंडर वालों को काम दिए जाएंगे। टेंडर की शर्तों के मुताबिक काम लेने वाले ठेकेदारों को एकरारनामें के तीन माह के अंदर काम पूरा करना होगा।