देवरिया, निज संवाददाता। खाते में लाखों रूपया ट्रांसफर कराने के बाद भी जमीन का
देवरिया, निज संवाददाता। खाते में लाखों रूपया ट्रांसफर कराने के बाद भी जमीन का मुवायदा नहीं करने पर सदर कोतवाली पुलिस ने मां-बेटे के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। आरोप है कि मुवायदा को स्टाम्प खरीदने के बाद रजिस्ट्री आफिस से मां, बेटा भाग गये। पैसा मांगने पर वह गाली गलौज करने लगे। सीजेएम कोर्ट के निर्देश पर सदर कोतवाली पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी व जालसाजी की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
शहर के उमानगर निवासी उदय प्रताप सिंह पुत्र माधव सिंह ने पुलिस को तहरीर दिया कि महुआडीह थाना क्षेत्र के पड़ियापार पड़ौली निवासी राज किशोरी पत्नी जीतनरायन की जमीन सदर कोतवाली क्षेत्र के तिलई बेलवा में है। उनके आराजी संख्या-226 व 339 का मुवायदा लिखवाने की बात हुई। 2 करोड़ 50 लाख रूपये में जमीन का सौदा हुआ। आरटीजीएस के माध्यम से राजकिशोरी के खाते में तीन लाख रूपया तथा 1 लाख रूपया राजकिशोरी के बेटे महेश त्रिपाठी पुत्र जीतनारायण के खाते में आरटीजीएस भेजा।
पैसा खाते में पैसा भेजने के बाद उन्होंने 4 लाख रूपये का स्टाम्प खरीदा, जिस पर 16 हजार कमीशन दिया। आनलाइन बैनामा लिखवाने को आवेदन किया। 25 जून-21 को मुवायदा कराने को रजिस्ट्री कार्यालय पर राजकिशोरी देवी व उनका लड़का साथ पहुंचे। लेकिन वह दोनों रजिस्ट्री आफिस के बाहर से ही भाग गये। उन्होंने राजकिशोरी देवी के एकाउंट नंबर का 10-10 लाख रूपये का दो चेक भी बनवायाा था। जिसमें 12 हजार रूपया कमीशन खर्च हुआ।
राजकिशोरी देवी को तीन नंबरों का एक तिहाई भूमि का मुवायदा लिखने को पैपर तैयार कराया गया था। दोनों स्टाम्प के मुवायदे में राजकिशोरी का बेटा महेश त्रिपाठी गवाह बना। मुवायदा नहीं लिखने पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन वह मिले नहीं और मोबाइल भी बंद कर दिया। बाद में पता चला कि जिस जमीन का मुवायदा का पैसा लिया है उसका नायब तहसीलदार गौरीबाजार के यहां मुकदमा चल रहा है।
जब मां, बेटे से कहा कि जब मुकदमा चल रहा है तो पैसा क्यों लिये और धोखाधड़ी क्यों किया। इस पर दोनों गाली देने लगे और कहा कि वह कोई पैसा वापस नहीं करेंगे। इसकी शिकायत सदर कोतवाली पुलिस व एसपी से की। मुकदमा दर्ज नहीं होने पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली।