लार, हिन्दुस्तान संवाद। लार कस्बा के मठ वार्ड में स्थित आर्य समाज मंदिर की
लार, हिन्दुस्तान संवाद। लार कस्बा के मठ वार्ड में स्थित आर्य समाज मंदिर की जमीन लगभग तीन दशक पहले तत्कालीन कमेटी के सदस्यों द्वारा चंदा जुटाकर मंदिर के नाम से रजिस्ट्री कराया गया है। लेकिन किन्ही कारणों से समय रहते उस भूमि की खारिज-दाखिल नहीं हो सकी। आरोप है कि इसी बीच विक्रेता की नियत बदली और वह बेची गई जमीन पर पुनः काबिज हो गया। इसको लेकर मामला कोर्ट में चल रहा है। गुरुवार को मंदिर की विवादित जमीन का अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
आर्य समाज मंदिर संस्थान द्वारा कस्बा लार में एक भूमि 1966 में गनी पुत्र गोगा से 12 डिसमिल भूमि रजिस्ट्री कराया गया। आर्य समाज मंदिर के कार्यकर्ताओं का कहना है कि गनी पुत्र गोगा द्वारा जबरिया भूमि पर कब्जा किया गया है, जबकि इस 12 डिसमिल भूमि को 1966 में आर्य समाज मंदिर संस्थान द्वारा रजिस्ट्री करा लिया गया है। किन्ही कारण वश ट्रस्ट के द्वारा खारिज दाखिल नहीं कराया जा सका। उक्त भूमि पर दोबारा लोगों ने कब्जा कर लिया है।
जिसकी शिकायत आर्य समाज मंदिर ट्रस्ट के लोगों ने मुख्यमंत्री जनता दरबार में पहुंचकर मामले की शिकायत कर आर्य समाज मंदिर के भूमि को दबंगों के कब्ज से मुक्त कराने की मांग किया। गुरुवार को एसडीम दिशा श्रीवास्तव के नेतृत्व में राजस्व विभाग की एक टीम गठित कर जिसमें नायब तहसीलदार गोपाल जी व हल्का लेखपाल ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव सहित अन्य लोग आर्य समाज द्वारा रजिस्ट्री कराई हुई भूमि का निरीक्षण व जांच किया गया।