— जनजातियों के सामाजिक, सांस्कृतिक जीवन से परिचित होंगे देश-विदेश के लोग।
विशेष संवाददाता द्वारा।
सोनभद्र। भारतवर्ष का एकमात्र अनूठा जनपद यथा बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ जनजाति बाहुल्य राज्यों की भौगोलिक राजनैतिक सीमाओं से घिरा सोनभद्र जनपद आदिकाल से जनजातिय संस्कृति, साहित्य, कला की उर्वरा भूमि रही है। विंध्याचल पर्वत पर अवस्थित अदिकालीन सोनभद्र जनपद में निवास करने वाली विभिन्न जातियों की सभ्यता, संस्कृति, लोककला पर वाराणसी दूरदर्शन केंद्र द्वारा निर्मित इतिहासकार, विंध्य संस्कृति शोध समिति उत्तर प्रदेश ट्रस्ट के निदेशक दीपक कुमार केसरवानी के इंटरव्यू का प्रसारण लखनऊ दूरदर्शन केंद्र द्वारा 4 अक्टूबर, दिन- शुक्रवार, रात्रि 10:00 बजे डीडी यूपी चैनल पर प्रसारित होगा। ज्ञातव्य हो कि वाराणसी दूरदर्शन केंद्र द्वारा सोनभद्र के पर्यटन स्थल, स्वाधीनता आंदोलन, जनजातीय संस्कृति पर आधारित डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्माण एवं प्रसारण कर चुकी है।