-जिलाधिकारी ने एक सप्ताह के भीतर मांगा स्पष्टीकरणगौरी बाजार विकास खंड के ग्राम पंचायत गौरी बुजुर्ग में वर्ष 2019-20 में पंचायत भवन निर्माण में 10 लाख
देवरिया, हिन्दुस्तान टीम। गौरी बाजार विकास खंड के ग्राम पंचायत गौरी बुजुर्ग में वर्ष 2019-20 में पंचायत भवन निर्माण में 10 लाख 46 हजार 40 रुपए वित्तीय अनियमितता प्रकाश में आया है। जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने तत्कालीन ग्राम प्रधान व ग्राम पंचायत सचिव से एक सप्ताह के भीतर साक्ष्य व गवाह के साथ स्पष्टीकरण मांगा है।
ग्राम पंचायत गौरी बुजुर्ग निवासी सोनू यादव पुत्र चौथी के 5 अगस्त 2024 के शिकायत में आरजीएसए योजना के तहत पंचायत भवन निर्माण कार्य की रिपोर्ट मांगी गई। सहायक विकास अधिकारी पंचायत गौरीबाजार द्वारा 4 जुलाई 2024 को पंचायती राज विभाग को आख्या दी गई कि वर्ष 2019-2020 में गौरी बुजुर्ग की तत्कालीन ग्राम प्रधान लालमती देवी व पंचायत सचिव अंबिका प्रसाद(वर्तमान तैनाती विकास खंड क्षेत्र रुद्रपुर) पर पंचायत भवन के निर्माण को आवंटित 17.65 लाख रुपए के सापेक्ष वास्तविक तथ्य छिपाते हुए पंचायत भवन का निर्माण सोनू यादव, संतराज यादव, बुद्धिराम, सुरेश यादव की निजी भूमि पर किया गया। जिसके निर्माण में नियम विरुद्ध तरीके से 10 लाख 46 हजार चालीस रुपए का भुगतान के दोषी पाये गये है। जिलाधिकारी ने तत्कालीन ग्राम प्रधान व सचिव से मामले में एक सप्ताह के भीतर साक्ष्य व गवाह सहित स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है। स्पष्टीकरण नहीं देने पर तत्कालीन ग्राम प्रधान व सचिव से मय ब्याज सहित 5,23,020-5,23,020 रुपए की वसूली होगी।