झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर हजारों ट्रक खड़े हैं। 18 घंटे से पश्चिम बंगाल में एंट्री बंद होने की वजह से करीब 12 किलोमीटर लंबा जाम लग चुका है। मैथन-झारखंड पश्चिम बंगाल सीमा स्थित डीबुडीह चेक पोस्ट पर भारी वाहनों को प्रवेश से रोका जा रहा है।
झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर हजारों ट्रक खड़े हैं। 18 घंटे से पश्चिम बंगाल में एंट्री बंद होने की वजह से करीब 12 किलोमीटर लंबा जाम लग चुका है। मैथन-झारखंड पश्चिम बंगाल सीमा स्थित डीबुडीह चेक पोस्ट पर भारी वाहनों को प्रवेश से रोका जा रहा है। झारखंड के डैम से पानी छोड़े जाने के बाद पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सो में बाढ़ आ गई है। माना जा रहा है कि इसे से नाराज होकर यह कदम उठाया गया है।
मैथन टोल प्लाजा से लेकर निरसा तक लंबा जाम लग गया है लेकिन पश्चिम बंगाल पुलिस वाहनों को नहीं छोड़ रही है। हालांकि झारखंड प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास जारी है। दोपहर 12 बजे तक कोई हल नहीं निकल पाया है। आम लोगों से लेकर ट्रक चालक तक परेशान हैं। हालांकि यात्री बस एवं छोटे वाहनों को दूसरे लेन से बंगाल की ओर किसी तरह भेजा जा रहा है। जो राहत की बात है। नाराज लोगों ने बंगाल से झारखंड की तरफ आने वाले वाहनों को भी सीमा पर रोकना शुरू कर दिया है।
मालूम हो कि झारखंड के मैथन, पंचेत और तेनुघाट डैम से पानी छोड़े जाने से बंगाल के सीमावर्ती कई इलाके जलमग्न हैं। इस कारण पश्चिम बंगाल सरकार काफी नाराज हैं। गुस्से में इस तरह का मौखिक आदेश बंगाल प्रशासन ने दिया है, इसीलिए चेकपोस्ट पर तैनात पश्चिम बंगाल पुलिस के पदाधिकारी इस संबंध में कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दे रहे और टाल-मटोल कर रहे हैं। वे सिर्फ इतना कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं कि उपर का आदेश का हमलोग पालन कर रहे हैं।
जानकारी लेने रात में मैथन ओपी प्रभारी आकृष्ट अमन, निरसा बीडिओ इंद्रलाल ओहदार और एग्यारकुंड बीडीओ मधु कुमारी बंगाल पुलिस से जाम कि जानकारी लेने पहुंचे और जाम हटाने का प्रयास किया। चेकपोस्ट पर तैनात बंगाल पुलिस से बातचीत करने के बावजूद कोई फायदा नहीं हुआ। उनलोगों ने भी अपने वरीय अधिकारियों की सूचना दे दी है। फिलहाल जाम हटने का कोई उपाय नहीं दिख रहा।