झारखंड के बांध से छोड़े गए पानी के बाद पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई थी, जिसके बाद बंगाल पुलिस ने बीते कई घंटों से झारखंड से लगी अपनी सीमा को सील कर रखा है और वाहनों की आवाजाही को रोक दिया है, जिससे दोनों राज्यों को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 19 पर लगभग 12 किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई है। जिसके बाद असम के मुख्यमंत्री और झारखंड चुनाव के लिए भाजपा के सह-प्रभारी हिमंत बिस्व सरमा ने इस चक्काजाम को लेकर हैरानी जताई है।
सरमा ने सोशल मीडिया पर इस बारे में टिप्पणी करते हुए प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा कि यह बाढ़ बंगाल सरकार की विफलता से आई है, लेकिन ममता दीदी अपनी नाराजगी झारखंड की जनता पर निकाल रही हैं। साथ ही सरमा ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को निशाने पर लेते हुए कहा कि इतना सब होने के बाद भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मौन हैं।
सीएम हिमंत सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, ‘बंगाल सरकार की विफलता की वजह से बंगाल के लोग बाढ़ से पीड़ित हैं। लेकिन मैं हैरान हूँ कि ममता दीदी अपनी नाराज़गी अपने अफसरों पर नहीं, बल्कि झारखंड की जनता पर निकाल रही हैं। वह राज्य की सीमा सील कर झारखंड की जनता को सबक सिखा रही हैं, और झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री मौन हैं।’
आगे उन्होंने कहा, ‘केंद्र में भाजपा सरकार ने भी कहा है कि बंगाल की बाढ़ में झारखंड की कोई गलती नहीं है। यह विषय किसी राजनीतिक दल से जुड़ा नहीं है, यह झारखंड की जनता के सम्मान की बात है। लेकिन JMM ने चुप्पी इसीलिए साधी है क्योंकि उनके लिए राजधर्म से बड़ा राजनीति का धर्म है। झारखंड की जनता को सोचना चाहिए कि जो पार्टी अपने राज्य की गरिमा की रक्षा नहीं कर पा रही है, क्या ऐसी पार्टी को आपको फिर से मौका देना चाहिए?’
करीब 18 घंटों से ज्यादा वक्त से रोकी एंट्री
झारखंड-पश्चिम बंगाल सीमा पर स्थित डीबुडीह चेक पोस्ट पर पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा झारखंड से बंगाल जा रहे भारी वाहनों को रोके जाने के बाद पिछले 18 घंटे से ज्यादा वक्त से वाहनों की लंबी कतार लगी है। जिसके कारण मैथन टोल प्लाजा से लेकर निरसा तक लंबा जाम लग गया है लेकिन पश्चिम बंगाल पुलिस वाहनों को नहीं छोड़ रही है। इस बारे में झारखंड प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास जारी हैं, लेकिन दोपहर 12 बजे तक कोई हल नहीं निकल पाया था।
बता दें कि झारखंड के मैथन, पंचेत और तेनुघाट डैम से पानी छोड़े जाने से बंगाल के सीमावर्ती कई इलाके जलमग्न हैं। इस कारण पश्चिम बंगाल सरकार काफी नाराज है और उसने गुस्से में इस तरह का मौखिक आदेश बंगाल प्रशासन को दिया है, इसीलिए चेकपोस्ट पर तैनात पश्चिम बंगाल पुलिस के पदाधिकारी इस संबंध में कुछ स्पष्ट जवाब नहीं दे रहे और टाल-मटोल कर रहे हैं। वे सिर्फ इतना कह कर पल्ला झाड़ रहे हैं कि ऊपर के आदेश का हम लोग पालन कर रहे हैं।