गौरीबाजार के सीएचसी को एफआरयू का दर्जा मिला है। इससे विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती होगी और महिलाओं व बच्चों को बेहतर इलाज की सुविधाएं मिलेंगी। अब उन्हें जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा। इससे मातृ एवं…
गौरीबाजार(देवरिया), हिन्दुस्तान टीम। गौरीबाजार के सीएचसी को एफआरयू (फर्स्ट रेफरल यूनिट) का दर्जा मिल गया है। अब शीघ्र ही अस्पताल में विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती के साथ अन्य सुविधाएं भी बढ़ेगी। यह जिले का पांचवां एफआरयू सीएचसी होगी। इस तरह की सुविधा मिलने पर महिलाओं व बच्चों को इलाज के लिए जिला मुख्यालय नहीं जाना पड़ेगा। गौरीबाजार सीएचसी को एफआरयू बनाने के लिए सीएचसी अधीक्षक को मंगलवार को सीएमओ का पत्र प्राप्त हुआ है। सीएचसी अधीक्षक डा. बीएन गिरी ने बताया कि गौरीबाजार सीएचसी जिले का पांचवां एफआरयू होगा। जिले भटनी, बरहज, सलेमपुर और रुद्रपुर में यह सुविधा पहले से है। इस तरह की सुविधा उसी सीएचसी को मिलती है, जहां प्रसव, सिजेरियन, सर्जिकल की बेहतर व्यवस्था होती है। इससे सीएचसी को अतिरिक्त उपकरण व दवाइयां भी मिलेगी। विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती के साथ महिलाओं व बच्चों को बेहतर इलाज की सुविधाएं मिलेगी। सीएचसी के एफआरयू की सुविधा मिलने से मातृ एवं शिशु मृत्युदर में कमी आएगी। सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकेगा। इस तरह की सुविधा होने जाने पर गर्भवती महिला या बच्चे को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर देखभाल व इलाज संभव हो जाएगा। वहीं आपात प्रसूति एवं आवश्यक प्रसूति सेवाओं को गुणवत्तापरक बनाने, जटिलता वाले प्रसवों का निदान संस्थागत प्रसव से बेहतर किया जा सकेगा। गौरीबाजार सीएचसी के एफआरयू की सुविधा होने से क्षेत्र के न्यू पीएचसी खैरटिया व बैतालपुर के महिलाओं व बच्चों के इलाज के लिए भटकना नही पड़ेगा। समय से सुविधाएं मुहैय्या कर जच्चा-बच्चा के जीवन को सुरक्षित करने के मुहिम को बल मिलेगा।