संयुक्त अरब अमीरात के शारजाह शहर से इंदौर आए दंपति की एक भूल इतनी भारी पड़ गई कि अब उन्हें दोबारा शारजाह जाना पड़ेगा। मामले की जानकारी देते हुए इंदौर एयरपोर्ट अधिकारियों ने बताया कि शारजाह से इंदौर आए एक दंपति को वीजा संबंधी तकनीकी दिक्कतों के चलते स्थानीय हवाई अड्डे पर रोका गया है और उन्हें संयुक्त अरब अमीरात के इस शहर वापस भेजा जाएगा।
अधिकारी ने बुधवार को बताया कि यह दंपति एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान के जरिए मंगलवार रात शारजाह से इंदौर पहुंचा था, लेकिन उनके वीजा के मुताबिक वह दिल्ली के हवाई अड्डे से ही भारत में प्रवेश कर सकते हैं। जिसके बाद उन्हें इंदौर के देवी अहिल्याबाई हवाई अड्डे पर ही रोक लिया गया और अब उन्हें वापस शारजाह भेजा जाएगा।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दंपति को इंदौर के हवाई अड्डे से भारत में दाखिल होने की अनुमति नहीं है, इसलिए उन्हें आव्रजन (इमिग्रेशन) नियमों के तहत स्थानीय अड्डे पर रोका गया है। अधिकारी ने बताया कि दंपति को एयर इंडिया एक्सप्रेस की गुरुवार देर रात की अगली उड़ान से दोबारा शारजाह भेजा जाएगा।
एयरपोर्ट अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार दोनों यात्री पाकिस्तानी मूल के हैं और दोनों के नाम विक्की कुमार और पूनम कुमारी है। दोनों को वीजा शर्तों के अनुसार उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरना था। इसके बाद वे भारत में कहीं भी जा सकते थे, हालांकि वे सीधे इंदौर पहुंच गए। एयरपोर्ट प्रबंधन के अनुसार यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही ठहराया गया है और उन्हें एयरपोर्ट से बाहर निकलने की अनुमति भी नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि इस दंपति की वापसी भी दिल्ली एयरपोर्ट से होनी थी।
पहले भी कई लोगों को भेजा जा चुका वापस
शारजाह और दुबई से पहले भी कई यात्री सीधे इंदौर आ चुके हैं और उन्हें भी एयरपोर्ट अधिकारियों ने वापस भेज दिया था। अधिकारियों का कहना है कि पहले वापस भेजे गए यात्री ई-वीजा पर इंदौर आ चले आए थे, जबकि तब तक इंदौर में ई-वीजा मान्य नहीं था। ऐसे में यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही रुकना पड़ा था। जिसके बाद स्थानीय सांसद शंकर लालवानी ने ई-वीजा के लिए पहल कर इसे शुरू कराया था।