देवरिया जिले में हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षा के लिए 1,27,235 छात्रों ने फार्म भरा है। कई विद्यालयों ने टेजरी चालान जमा नहीं किया है, और कुछ विद्यालयों में छात्रों की संख्या बेहद कम है। वित्त…
देवरिया, निज संवाददाता। जिले में हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षा के लिए 1,27,235 छात्रों ने फार्म भरा है। इसके लिए छात्रों ने टेजरी चलान जमा किया है। इसके कुछ ऐसे विद्यालय भी है, जो हाई स्कूल और इंटर के लिए कोई टेजरी चालान जमा नहीं किया है। विभाग के लाख कोशिश के बाद भी जिले में माध्यमिक विद्यालयों में छात्रों की समस्या बढ़ नहीं रही है। जिले में राजकीय, वित्त पोषित और वित्त विहीन कुल 553 विद्यालय है। जिसमें 22 राजकीय हाई स्कूल, इंटर कालेज, 122 अशासकीय सहायता प्राप्त हाई स्कूल और इंटर कालेज और 409 वित्त विहिन मान्यता प्राप्त हाई स्कूल और इंटर कालेज है। इसमें लगभग दो लाख के करीब छात्र इन स्कूलों में पढ़ते है। वर्ष 2025 के लिए जिले में हाईस्कूल व इंटर में कुल 1,27,235 छात्र बोर्ड की परीक्षा फार्म के लिए टेजरी जमा किया है। जिसमें हाईस्कूल के 59,826 रेगुलर तो 126 छात्रों ने प्राइवेट फार्म के लिए शुल्क जमा किया है। वहीं इंटर के 66125 परीक्षार्थी रेगुलर तो 1178 प्राइवेट के लिए छात्रों ने टेजरी चालान जमा किया है। जिले के स्कूलों से इतने छात्रों ने बोर्ड के लिए फार्म भरा है। इसकी सूची यूपी बोर्ड के वेबसाइट पर दिख रहा है। इस वर्ष देवरिया जिले के एक दर्जन से अधिक स्कूलों में हाई स्कूल और इंटर में छात्रों ने कोई आवेदन ही नहीं किया है। वहीं लगभग चार दर्जन से अधिक स्कूलों में एक से लेकर 1 से लेकर 20 छात्रों ने ही बोर्ड का फार्म भरा है। जिससे कुछ ऐसे ही विद्यालय है जिसमें मात्र एक एक छात्र ने हाई स्कूल और इंटर में बोर्ड फार्म भरा है।
मान्यता बचाने के लिए कुछ स्कूल कर रहे है कोरमपूर्ति
जिले के दर्जनों वित्त विहीन विद्यालय मान्यता लेकर छात्रों की पढ़ाई शुरु किए है। वित्त विहीन विद्यालयों में शिक्षकों को समय से उचित वेतन नहीं मिलने से वह बंदी के कगार पर पहुंच गए है। वित्त विहीन विद्यालयों ने इंटर तक मान्यता ले लिया, लेकिन संसाधन के नाम पर स्कूल में ने तो प्रयोगशाला है और ही कोई अन्य संसाधन है। वहीं कुछ विद्यालय अपने स्कूल का मान्यता बचाए रखने के लिए एक दो छात्रों का रजिस्ट्रेन और बोर्ड का फार्म भरकर कोरमपूर्ति कर रहे है।
कुछ विद्यालयों में छात्रों के नहीं होने से बोर्ड परीक्षा का फार्म नहीं भरा गया है। ऐसे विद्यालयों को चिन्हित कर उसकी जांच कराई जाएंगी। स्कूल बंद हो गए है या नहीं चल रहे है। ऐसे विद्यालयों के मान्यता को समाप्त करने के लिए कार्यवाई की जाएंगी।
शिवनारायण सिंह, डीआईओएस, देवरिया।