बरहज (देवरिया) में सरयू और राप्ती नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्धि के कारण बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। 24 घंटे में 40 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है, जिससे नगर के पटेल नगर में बाढ़ का पानी घुस रहा है।…
बरहज (देवरिया), हिन्दुस्तान संवाद। सरयू और राप्ती के जलस्तर में अचानक आये उफान से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। चौबीस घंटे में 40 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे बरहज में बाढ़ की स्थिति गम्भीर होती जा रही है। सरयू नदी खतरे के निशान से 1.15 मीटर ऊपर बह रही है। नगर के पटेल नगर में बाढ़ का पानी घुस रहा है। नदी के पानी सरयू के घाटों डूबने लगे हैं। दियारा क्षेत्र के 10 टोले पानी से घिर गए हैं। भदिला प्रथम मैरुण्ड है। तटबंधों की निरंतर पेट्रोलिंग की जा रही है। परसिया देवार तटबन्ध पर नदी का दबाव बढ़ रहा है। सोमवार को शाम पांच बजे सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से 1.15 मीटर ऊपर 67.65 मीटर पर बह रही है। नदी का पानी सन्त रविदास मंदिर के बगल के बने नाले के रास्ते पटेल नगर में घुस रहा है। मिया के हाता व आंगन में नदी का पानी भर गया है। नाली के रास्ते अशोक जायसवाल, गुलाब, रामबेलास राजभर, सोनू ओमप्रकाश जायसवाल, रमाशंकर जायसवाल, झींगुर, परदेशी आदि के घरों में भी पानी प्रवेश कर रहा है। जहाज घाट के तरफ जाने वाली सड़क पर पानी भरने लगा है। लोगों को पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है।
परसिया देवार का दसरसिया टोला, राजभरटोला, चौधरीपूरा, नकिहवा, माहो टोला, बिचला टोला विशुनपुर देवार का कटलहवा टोला पश्चिम टोला किशुन टोला स्कुलहिया टोला, कन्हैया टोला, चौहान बस्ती, पुराना हरिजन बस्ती, जरलहवा टोला, नई हरिजन बस्ती बाढ़ के पानी घिरे हैं। पानी से ग्रामीणों की मुश्किल बढ़ गई है। नावों का इंतजाम अभी नहीं हो पाया है। भदिला प्रथम चारो तरफ से राप्ती के पानी से घिर गया है। लोगों के दरवाजे तक पानी पहुंच गया है। पानी के साथ बहकर आ रहे विषैले जीव, जंतु घर में घुस जा रहे है। पशुओं को 24 घन्टे पानी मे खड़ा रहना पड़ रहा है। मैदानी इलाकों में पानी भरने से बची खुची फसलें भी डूब गई है।
नदी जलस्तर खतरे का निशान
1-सरयू (बरहज घाट) 67.65 मीटर 66.50 मीटर
2-राप्ती (भेड़ी घाट) 68.45 मीटर 70.50 मीटर
3-गोर्रा (पिड़रा घाट) 68.75 मीटर 70.50 मीटर
4-छोटी गंडक (नदावर घाट) 62.35 मीटर 63.80 मीटर
स्थिति पर नजर रखी जा रही है। प्रभावित गांवों में नावें लगाई गई है। नाविकों को निर्देश दिए गए है कि नाव की क्षमता से कम लोगों को ही बैठाए। बाढ़ चौकियां एलर्ट पर है।
-अंगद यादव
उपजिलाधिकारी बरहज।