देवरिया, निज संवाददाता। शहर के मुख्य बाजार की आधा दर्जन सड़कों पर अगल-बगल के दुकानदारों ने कब्जा कर लिया है। आधी सड़क पर दुकान सजती है और बची सड़क पर राहगीर चलते हैं। मुख्य बाजार की सड़कों पर दुकान लगाने की होड़ लगी है। इससे सड़क से चार पहिया कौन कहे बाइक व पैदल निकलना भी मुश्किल होता है। सुर्ती हट्टा रोड, मोहन रोड, सब्जी मंडी, नई बाजार रोड सर्वाधिक अतिक्रमण का शिकार है। प्रशासन और नपा की अनदेखी से अतिक्रमण बढ़ता गया है।
सुर्ती हट्टा की 12 फुट की सड़क में 6 फुट पर कब्जा
शहर के मालवीय रोड ओवरब्रिज के पूर्वी तरफ से सुर्ती हट्टा रोड शुरू होता है। 10 फुट चौड़ी सड़क पर दुकान लगाने की होड़ सी है। रस्सी और पालीथिन बेचने वाले सड़क पर चौकी रखकर दुकान लगाते हैं। इससे सड़क काफी सकरी हो जाती है। सर्वाधिक अतिक्रमण के चलते बाइक व पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है। दुकानदार बेखौफ होकर सड़क पर अपना सामान रखकर बेचते हैं। इससे सड़क गली में बदल गयी है और दिन अनेकों बार लोगों को जाम से जूझना होता है। सड़क पर अतिक्रमण कर दुकान लगाने वालों को कोई टोकता है तो वह उससे झगड़ा करने पर उतारू हो जाते हैं।
मोहन रोड की आधी सड़क पर सजती है रजाई,गद्दे की दुकान
शहर का मोहन रोड करीब 24 फुट चौड़ी है। लेकिन आधी सड़क पर कपड़े के बड़े-बड़े दुकानदारों की द्वारा चौकी रखकर रजाई, गद्दे की दुकान सजाने से सकरी हो गयी है। पेड़ा गली से निकलने वाली यह काफी महत्वपूर्ण सड़क पर अतिक्रमण की होड़ सी लगी है। आस-पास हैण्डलूम की दुकानों का एक चौथाई माल सड़क पर सजाया जाता है। सुबह दुकान खुलते ही आधा सड़क पर कब्जा जमा लिया जाता है। जबकि इन दुकानों के पास काफी जगह भी है। लेकिन एक दूसरे की देखादेखी वह अपने रजाई, गद्दे की दुकान सड़क पर कब्जा कर लगाते हैं। उन्हे नगर पालिका व जिला प्रशासन का कोई खौफ नहीं रहता है, क्योंकि कभी इन सड़कों पर किये अतिक्रमकण केग खिलाफ अभियान भी नहीं चलता है। इसका वह सालों से फायदा उठा रहे हैं।
अतिक्रमण से सकरी हुई नई बाजार की 24 फुट की सड़क
मोहन रोड से अमर ज्योति चौराहे के पास मोतीलाल रोड तक नई बाजार की सड़क 24 फुट से कम नहीं हैं। यह सड़क चौड़ी होने से बाजार में आने वाले लोग यहां पर बाइक आदि खड़ा कर सब्जी, किराना मंडी आदि में खरीदारी करते थे। लेकिन कुछ साल के अंदर ही यह चौड़ी सड़क भी अतिक्रमण के होड़ का शिकार हो गयी है। सड़क उत्तर और दक्षिण तरफ के दुकानदारों ने आधी सड़क पर कब्जा जमा लिया है। वह अपने दुकान के आगे चौकी आदि लगाकर उसी पर सामान सजाते हैं। इससे यह चौड़ी सड़क भी काफी सकरी हो गयी है और बाजार में आये लोगों को बाइक खड़ा करने को जगह ढूढ़ना पड़ता है। वर्षो से बीच बाजार में अतिक्रमण के खिलाफ अभियान व किसी तरह की कार्यवाही नहीं होने से अबैध कब्जा करने वालों में कोई भय नहीं रह गया है।
सब्जी मंडी की सड़क से पैदल गुजरना भी मुश्किलमोतीलाल रोड से मुख्य सब्जी मंडी से निकलकर मोहन रोड में मिलने वाली सड़क सबसे अधिक अतिक्रमण की शिकार है। 12 फुट की चौड़ी इस रोड से गुजरते समय सड़क कहां है यह ढूढ़ना पड़ता है। सब्जी विक्रेताओं ने अधिकांश सड़क पर सालों से कब्जा जमा रखा है। इससे बाइक की बात कौन कहे पैदल निकलने में भी काफी मशक्कत करनी पड़ती है। अतिक्रमण के चलते दोनों तरफ के स्थायी दुकानदार परेशान हैं। इस रोड पर कई थोक की भी दुकानें हैं, जहां पर अतिक्रमण के चलते ग्राहक बहुत मजबूरी में जाते हैं। मोहन रोड से इस सड़क पर मोतीलाल रोड की इस सड़क को हाल ही में आरसीसी किया गया है, सड़क बनने के बाद फिर से अबैध कब्जे की शिकार हो गयी। कब्जा करने वालों में कुछ मनबढ़ सब्जी दुकानदार भी हैं, जो विरोध करने पर मारपीट करने पर उतारू हो जाते हैं।
सड़क पर लगती है किराना, बतासा गली, दही हट्टा की दुकानें
शहर के बीच में स्थित किराना, बतासा गली और दही हट्टा की अधिकांश दुकानें सड़क पर ही लगती हैं। बताया गली में दोनों तरफ चौकी रखकर उसी पर बतासा, खाजा, चिउड़ा आदि की दुकानें लगती हैं। इससे इस सड़क से बाइक लेकर या पैदल गुजरने में काफी दिक्कत होती है। इस गली में भी सड़क पर कब्जा कर दुकान लगाने की होड़ लगी रहती है। इसके बगल के दही हट्टा का भी यही हाल है। दोनों तरफ के दुकानदारों द्वारा सड़क पर कब्जा करने से किसी तरह एक आदमी के जाने-जाने की सड़क बची रहती है। किराना मंडी की अधिकांश दुकानें सड़क पर ही लगती है। दुकानदार सड़क पर चौकी रख उसी पर सामान रखत हैं और धूप बरसात से बचाव को उपर पन्नी डाल लिये हैं।