संवाददाता। मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
डाला सोनभद्र। नगर पंचायत डाला बाजार के आदिवासी बस्ती में एक ही जाती व समुदाय के मासूम बच्चों के साथ बुजुर्ग महिला पुरूष व युवती को डायरिया बिमारी ने चपेट मे ले लिया जिनका इलाज जारी है, वही नगर में हड़कंप मचा हुआ है बृहस्पतिवार को प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर पंचायत डाला बाजार के वार्ड नंबर सात नई बस्ती डाला देहात बैगा आदिवासी बस्ती में डायरिया के मरीजों की बढ़ते हुए संख्या को देखकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गई जहा स्वास्थ्य विभाग की टीम रहवासियों के घर पहुंचकर दो दिन से इलाज करना सुरु कर दिया वहीं रिशु उम्र लगभग 5 वर्ष पुत्र स्व रामबिलास बैगा को 21 अगस्त को डायरिया की शिकायत हुई। जिसके बाद परिजनों ने डाला निजी क्लीनिक में उपचार हेतु ले गए जहां डाक्टर ने मरिज को अन्य डाक्टर को दिखाने को कहा फिर परिजनों के द्वारा चोपन अस्पताल ले जाते समय ही रास्ते में मासूम ने दम तोड़ दिया और चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया वहीं दूसरे तरफ मिली जानकारी अनुसार नगर के नई बस्ती डाला देहात बैगा बस्ती में लगभग आधा दर्जन से अधिक रहवासियों को डायरिया के बिमारी से ग्रस्ति हो चुकें हैं बताया जा रहा है जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग के टीम द्वारा दो दिन से बैगा बस्ती में पहुंच कर जांच करते हुए उपचार किया जा रहा है वहीं बात करें तो रोहित कुमार ,लक्ष्मी पुत्री स्व रामबिलास बैगा को बुधवार को चोपन सीएचसी में भर्ती कराया गया। वहीं गांव में शिवा उम्र लगभग 3 वर्ष पुत्र मोहन बैगा, राखी उम्र लगभग 3 माह शांति उम्र लगभग 40 वर्ष पत्नी बुदई बैगा रामकुमार उम्र लगभग 15 वर्ष पुत्र बिरबल,पवन उम्र लगभग 4 वर्ष पुत्र मोहन, दीया उम्र लगभग 15 माह पुत्र प्रहलाद बैगा धनभागी उम्र 60 वर्ष पत्नी स्व बंशी का इलाज जारी है
जहां महेश व रोहित का इलाज चोपन अस्पताल में और संतोषी उम्र 30 वर्ष पत्नी देवराज एव लक्ष्मी का इलाज जिला अस्पताल लोढ़ी में जारी है
जहा लोगो ने बताया कि बारिश के मौसम में भी नगर पंचायत के द्वारा लोगों के स्वास्थ्य के प्रति सचेत नहीं है जिसके कारण नगर में किट नासक दवाओं का छिड़काव नहीं किया जा रहा है जिससे हम लोगों के मन में भय का माहौल बना हुआ है। वहीं चोपन सीएससी के डॉक्टर फ़ैज़ अहमद ने बताया कि सीएससी क्षेत्र अंतर्गत बरसात के दूषित पानी पिने के वजह से क्षेत्र से डायरिया से पीड़ित मरीज सीएससी पर आ रहे हैं जिसको लेकर हमारे स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो टीम गठित करते हुए जुगैल एव डाला क्षेत्र में भेजा गया है जिसके उपरांत टीम द्वारा एक दिन जांच किया और दुसरे दिन टीम भेजी गई थी डाला में फैला हुआ था उसका फालोअप लेने हेतु। इसके साथ ही रोज 15 से 20 मरिजो का इलाज किया जा रहा है।