संवाददाता। विजय कुमार अग्रहरी।
(साहित्यकारों समाजसेवियों एवम अधिवक्ताओं ने किया श्रद्धा सुमन अर्पित)
(विचार गोष्ठी एवम काब्य गोष्ठी का हुआ आयोजन)
सोनभद्र। पुण्यतिथि पर स्मृति शेष अपनो का याद करना और श्रद्धा सुमन अर्पित करना बहुत ही सराहनीय और अनुकरणीय कार्य हैं। उक्त बातें राष्ट्र पति पुरस्कार प्राप्त सेवा निवृत शिक्षक किशोर न्यायालय बोर्ड सोनभद्र के सदस्य ओम प्रकाश त्रिपाठी की धर्म पत्नी स्मृति शेष उर्मिला देवी की पांचवीं पुण्यतिथि के अवसर पर ग्राम उच्चडीह ब्लाक राबर्ट्सगंज जनपद सोनभद्र में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में सभा की अध्यक्षता कर रहे पूर्व चेयरमैन मधुरिमा के निदेशक वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर ने कही।
बतौर मुख्य अतिथि सभा में उपस्थित सोनभद्र बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष विनोद चौबे ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि मां शब्द बहुत ही व्यापक है मां के बारे जितना कहा जाए कम हैं। वही संयुक्त अधिवक्ता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र ने कहा कि वर्तमान दौर में जब जीते जी अपने माता पिता और घर के बुजुर्गो के अपमान की घटना आए दिन समाचार पत्रों में पढ़ने को मिलती है ऐसे में अपने दिवंगत बुजर्गो की पुण्यतिथि मनाना और उनकी स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन करना आज के समाज के लिए बहुत ही अनुकरणीय है। सभा का संचालन ओम प्रकाश त्रिपाठी के बड़े पुत्र राकेश कुमार त्रिपाठी ने एवम अधिवक्ता एवम कवि अशोक कुमार तिवारी ने संयुक्त रूप से किया।
उक्त श्रद्धांजलि सभा का आयोजन ग्राम उच्चडीह स्थित ओम प्रकाश त्रिपाठी जी के निज निवास में दिन के तीन बजे से बहुत ही सादगी से पारिवारिक वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर परिवार के सदस्यों राजीव कुमार त्रिपाठी,अनुपम त्रिपाठी सहित उपस्थित साहित्यकारो व समाज सेवियों द्वारा उनको याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि ग्राम पकरी निवासी समाज सेवी शीतला सिंह ने कहा कि इस आयोजन की जितनी सराहना की जाए कम है।मैं स्वयं को बहुत ही भाग्य शाली मानता हूं कि मुझे इस आयोजन में रहने का अवसर मिला । इसके अलावा बतौर विशिष्ट अतिथि सोनभद्र बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुरेंद्र कुमार पांडेय, सोनभद्र बार एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय, शहीद स्थल प्रबंधन ट्रस्ट के निदेशक अधिवक्ता प्रदुम्न कुमार त्रिपाठी,गोपाल सिंह, मुन्नू पांडेय, श्री प्रकाश त्रिपाठी, राम प्रकाश पाण्डेय, आदि ने भी अपनी भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम में सर्व प्रथम स्मृति शेष उर्मिला देवी के चित्र पर उपस्थित अतिथियों एवम परिवार जनों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने उर्मिला देवी को ममता, वात्सल्य, करुणा, धर्म निष्ठ एवम बहुत कुशल गृहणी बताया। कार्यक्रम में उपस्थित कवियों में दिवाकर दिवेदी मेघ विजयगड़ी, राकेश शरण मिश्र गुरु,प्रभात सिंह चंदेल, प्रदुम्न त्रिपाठी, कौशल्या कुमारी चौहान, अशोक कुमार तिवारी ने एक से बढ़कर एक कविताएं सुनाकर खूब तालियां बटोरी।
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक ओम प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि मेरी पत्नी मेरे लिए सब कुछ थी और आज समाज में मैने जो कुछ भी मान प्रतिष्ठा और स्थान प्राप्त किया है वो मेरी पत्नी के द्वारा दिए गए साथ,संबल और सहयोग का ही प्रतिफल है। आज अपनी स्मृति शेष धर्म पत्नी की पांचवी पुण्य तिथि पर मैं उनको शत शत नमन वंदन करता हूं। इसी प्रकार कार्यक्रम में उपस्थित परिवार जनों में ग्राम प्रधानअर्चना त्रिपाठी,संगीता त्रिपाठी, मंजू त्रिपाठी, दिब्यांका त्रिपाठी ने भी शब्द प्रसून से अपनी अपनी भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के अंत मे उर्मिला देवी की स्मृति में अतिथियों एवम परिवारजनों द्वारा घर के बगीचे में एक दर्जन वृक्षारोपण भी किया गया। कार्यक्रम के अंत में स्मृति शेष उर्मिला देवी के पुत्र राजीव कुमार त्रिपाठी ने आए हुए अतिथियों के प्रति आभार व्यक्त कर धन्यवाद ज्ञापित किया।