संवाददाता। मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
जेई ,ठेकेदार की मिलीभगत , सरकार की उम्मीदों पर चुनौती।
डाला सोनभद्र। जिले का चर्चित नगर पंचायत डाला बाजार इन दिनों विकास कार्यों में जबरदस्त ठेकेदार द्वारा घपले बाजी के साथ अधिकारी से मिली भगत का सामंजस्य स्थापित कर ठेकेदारों द्वारा भ्रष्टाचार की सारी सीमाएं तोड़ दिया गया जिसका जिता जागता उदाहरण नगर के वार्ड चार में डाला चढ़ाई अंतर्गत पुलिया का निर्माण ठेकेदार जेई के मिलीभगत से कराया गया जबकि संबंधित पुलिया पहले से ग्राम पंचायत से कराया गया था जिसमें पर्याप्त मात्रा में बोल्डर मौजूद थे जिसे तोड़कर उसी सामग्री व बिना फाउंडेशन खोदे ही केवल समतल कर बस्सी का प्रयोग करते हुए पुनः निर्माण कर दिया गया जहा हल्की बारिश होने के बाद ही पुलिया पर भरी गई भस्सी बहने लगा, नगर वासियों का आरोप रहा की इसका किनारा और बढ़ाया जाए जबकि शिकायतों के दौरान मौके पर जेई ने पहुंचकर यह नगर वासियों को आश्वासन दिया था कि इसकी लंबाई कम से कम 5 मीटर की रहेगी जबकि ठेकेदार द्वारा डेढ़ मीटर बनाकर कार्य को अंजाम दे दिया गया इस संबंध में वार्ड चार के सभासद शबाना खान ने बताया कि पुलिया की किनारे की लंबाई और बढ़ानी चाहिए जिससे सड़क की मिट्टी का कटान ना होने पाए। जब ठेकेदार को पूर्व निर्मित पुलिया के पत्थर मिल ही गए थे तो थोड़ा और पत्थर लगाकर किनारा की लंबाई बढ़ा देनी चाहिए जिससे नगर में जो अध्यक्ष के प्रति असंतोष प्राप्त है इसका सामना हम लोगों को ना करना पड़े। नगर में इन दींनों ठेकेदार की मिली भगत से सरकार के सपनों पर पानी फेरा जा रहा है जबकि किसी भी आंकड़े से देखा जाए तो जो भी काम नगर पंचायत के अंतर्गत कराया जा रहा है ना उसमें कोई गुणवत्ता है और ना ही किसी प्रकार की क्वालिटी, घटिया सामग्री के साथ घटिया कार्य को अंजाम देने में जेई के मिलीभगत से ठेकेदार फल फूल रहे हैं वहीं सूत्रों की मानें तो मनीष सोनकर अवर अभियंता ने कभी विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण नहीं करते हैं उनको आज तक कार्य का निरीक्षण करते हुए नगर के आमजन मानस ने नहीं देखा गया है और उनके स्थान पर असिस्टेड अरविंद कुमार सिंह को आते है जिसके कारण वह ठेकेदार से मिली भगत कर धड़ल्ले से मानक विहिन कार्य करने हेतु प्रोत्साहन करते चले आ रहे जिसका खामियाजा नगर के आमजन मानस को भुगतना पड़ रहा है।