ब्यूरो रिपोर्ट।
उत्तर प्रदेश। वरिष्ठ पत्रकार और TV 27 के प्रधान सम्पादक शान्तनु शुक्ला के खिलाफ उनकी संस्था द्वारा ग़बन के आरोप में, काम ना करने वाले लोग जो खुद इस्तीफा देकर गए वो आज अनर्गल आरोप लगा रहे हें। शान्तनु जी जब संस्था में आया तो यहां पर डायरेक्टर था जो कि लूट खसोट में लगा था, अपनी पत्नी के खाते में पत्रकारों से लाखों रुपये मंगाता था, IT के सम्मान में बड़ा घोटाला किया था, छोटी से छोटी चीज में उसकी चोरी मैंने पकडी, उसके साथ उसकी एक महिला साथी भी थी जिसको HR ने नियम कायदा ना माने जाने पर नोटिस दिया, तो उसने मेरे ऊपर तमाम तरह के आरोप लगाए, जांच कमेटी बनी वो उसमें ना जाकर इस्तीफा दे दिया। उसके के बारे मे अगर आप लोग इसकी पुरानी संस्था ( zee News & India News) में पता करेंगे तो पता चल जाएगा कि वो हर जगह अपने बॉस की कृपा पात्र रही है। उस महिला साथी की गाड़ी किसके नाम की है पता लगवा लीजिए। संस्था ने उस निदेशक को और उसके के कई साथियों को ग़बन करने पर निकाला उसमें एक पाठक, एक सिंह, एक मिश्रा थे। अवनीश जैन कई चैनल के साथ काम करके कई लोगों को ब्लैक मेल कर्ता है मुझको भी करने की कोशिश की। इसका कोई भी कानूनी एग्रीमेंट संस्था के साथ नहीं था। मैंने आज अवनीश और उस महिला साथी को मान हानि की नोटिस दी है और अंतिम समय तक न्याया की लड़ाई लडूंगा इनके पास अगर इनके आरोप का एक भी सबूत मिल जाय तो पत्रकारिता छोडकर चला जाऊँगा
वो लड़की सभी पुराने कर्मचारी को फोन कर के मेरी फर्जी शिकायत करने को बोल रही है ताकि मुझे फँसा सके। उसका और एक कर्मचारी का ऑडियो सुनिए। अगर वो ल़डकि सही थी तो कंपनी की जांच के सामने क्यों नहीं आयी, इस्तीफा क्यों दिया? और अक्टूबर से अब तक शांत क्यों थी? जल्द ही इस ब्लैक मेल करने वाले संघटन के खिलाफ कानूनी कार्यवाही भी की जाएगी।