संवाददाता। मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
ओबरा/सोनभद्र – ग्राम पंचायत के भूमी पर खनन पट्टे संचालन के क्षेत्र में तरह तरह के चर्चे वही जिम्मेदार अधिकारी ने अपनी आँखें बंद रखना उचित समझा। जबकि विभागीय जांच के बाद पट्टे को निरतिकरण करने के उपरांत पट्टा शून्य कर दिया गया था।
बताते चले कि बिल्लीमारकुंडी स्थित गंगा स्टोन में खनन कार्य मानक के विपरीत व तथ्यविहीन संचालन बे रोक टोक संचालन किया जा रहे है। सम्बन्धित लीज भूमि पूर्व में गवर्नमेंट ग्रांड थी जो कुछ लोगों के नाम पट्टा किया गया जिसे कुछ सरहंगों द्वारा अपने परिवार व रिस्तेदारों के नाम रजिस्ट्री करा लिया गया और उसे एग्रीमेंट कर लीज कराया गया । जिसकी शिकायत पर जांच के दौरान लीज को शून्य करते हुए लीज भूमि को ग्राम सभा मे परिवर्तित कर दिया गया। जिसपर किसी भी प्रकार का खनन नही किया जा सकता। परन्तु ऐसी स्थिति के बाद भी जिलाप्रशासन द्वारा मंजूरी दे दी गयी जिसका भरपूर खनन कर्ताओ द्वारा अवैध रूप में मानक को ताख पर रख कर खनन किया जा रहा है। यहां तक कि पूर्व में खनन करता द्वारा प्रशासन को 23 सूत्रों में लिखित शर्तों अनुमोदन किया गया है। जिसमे से किसी शर्तों का पालन नही हो रहा। या तो खनन करता मनमानी सरहंगयीं से खनन कर रहे हैं।