संवाददाता। विजय कुमार अग्रहरी।
सोनभद्र/ शहीद स्थल प्रबंधन ट्रस्ट करारी के तत्वावधान में श्रद्धांजलि सभा कवि सम्मलेन एवं प्रद्युम्न त्रिपाठी की साहित्य कृति सोन-काव्य कलश का विमोचन एवं अभिनन्दन समारोह भव्यता के साथ आयोजित हुआ अमर शहीद सुखदेव,राजगुरु, भगत सिंह के शहादत दिवस 23 मार्च को हुआ
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ साहित्यकार अजय शेखर ने देश को बचाना बहुत जरूरी है, हम आज पूरी तरह गुलाम है और कहते हैं आजाद है l मुख्य अतिथि पारस मिश्र, विशिष्ट अतिथिगढ़ रामनाथ शिवेंद्र, जगदीश पंथी, महामहिम राष्ट्रपति जी व राज्य पाल महोदय से पुरस्कृत शिक्षक किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य ओमप्रकाश तिवारी,अमरनाथ अजेय, राकेश शरण मिश्रा रहे| इस अवसर पर अधिवक्ता/कवि/पत्रकार राकेश शरण मिश्र “गुरु” ने “राजगुरु सुखदेव भगत की कुर्बानी को याद करो मर कर भी जो अमर हो गई वो मासूम जवानी याद करो” सुनाकर श्रोताओं की जम कर वाहवाही लूटी। वहीं कवयित्री कौशल्या चौहान ने ओज की सशक्त रचना मुझको अबला मत समझो मैं झांसी वाली रानी हूं, सुना कर खूब तालियां बटोरी। दिव्या राय ने “मत रोक सांवरिया घूंघट में मुझे नील गगन तक जाने दे” , जय श्री राय ने “राष्ट्र के लिए उठी आवाज को सलाम है, लड़े जो सत्य के लिए वही हमारे राम हैं” सुनाकर वीर रस का जज्बा जगाया
गोरखपुर से आई कवयित्री अनुपम वाणी ने धारा के विपरीत रचना “कब अच्छे दिन आएंगे” सुना कर सरकार को आइना दिखाया इस अवसर पर सभी कवियों को प्रतीक चिन्ह, स्मृति पत्र, अंग वस्त्रम, लेखनी, पुस्तिका देकर अभिनंदन किया गया उपस्थित कवि गढ़ रामनरेश पाल, अरुण तिवारी मिर्जापुर, सुशील राही, प्रकाश चंद्र गिरी, दयानंद दयालु, दिवाकर मेघ, दिनेश चौबे, धर्मेश चौहान,अशोक तिवारी लेखपाल आदि ने ओज, श्रृंगार, बसंत गीत सुना कर शमा बांध दिया. नाथ सोनाचली वाराणसी,सुरेंद्र सिंह वाराणसी यथार्थ विष्णु म्योरपुर, राधेश्याम पाल व गोपाल कुशवाहा मधुपुर की रचनाएं काफी सराही गई|पूर्व सांसद छोटेलाल खरवार दयानंद दयालू मदन चौबे अमित सिंह ने भी काव्य पाठ किया। प्रख्यात शायर रिंद बनारसी के आत्मज पत्रकार जुल्फिकार हैदर ने गजल सुनाकर महफ़िल लूट लिया। प्रभात सिंह चंदेल ओज के सशक्त रचनाकार ने वीर शहीदों को समर्पित सरस काव्य पाठ कर श्रद्धांजलि दी।कु सृजा बाल कवयित्री की रचना भी सराही गई। विनोद मिश्रा राकेश राय ने भी विचार व्यक्त किए। विनोद चौबे, सुरेंद्र पांडे, आत्म प्रकाश त्रिपाठी, ठाकुर कुशवाहा, विकास शाक्य, सत्यनारायण आचार्य, फारूक अली हाशमी, धीरज पांडे, उत्तम कुशवाहा संगीता तिवारी प्रधान आदि रहे सफल संचालन अशोक तिवारी, दिलीप सिंह दीपक ने किया आयोजन देर शाम तक चलता रहा