संवाददाता – विजय कुमार अग्रहरि।
भवनों के निर्माण से स्कूल के बच्चों को पठ्न-पाठ्न हेतु मिलेगा स्वच्छ और सुन्दर वातावरण- जिलाधिकारी।
जनपद के प्राथमिक उच्च प्राथमिक विद्यालयों के जर्जर भवनों का ध्वस्तीकरण के उपरान्त जिला खनिज फाउन्डेशन न्यास से नवीन भवन निर्माण हेतु एजेन्सिया की गयी नामित- जिलाधिकारी।
नवीन भवनों के निर्माण कार्य को नामित एजेन्सिया ससमय व गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूर्ण किया जाना करे सुनिश्चित- जिलाधिकारी।
सोनभद्र। जिलाधिकारी चन्द्र विजय सिंह ने अवगत कराया है कि जिला खनिज फाउन्डेशन न्यास द्वारा जनपद के 26 प्राथमि/उच्च प्राथमिक विद्यालयों के जर्जर भवनों के ध्वस्ति करण के उपरान्त नवीन भवन निर्माण हेतु अधिशासी अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड लोक निर्माण विभाग द्वारा रावर्टसगंज ब्लाॅक के अन्तर्गत उच्च प्राथमिक विद्यालय डोहरी कला, प्राथमिक विद्यालय लखनपुरवा, घोरावल ब्लाॅक के अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय छाईन, घोरावल-2,कोहरथा हेतु इसी प्रकार अधिशासी अभियन्ता निर्माण लोक निर्माण विभाग ब्लाॅक नगवा के प्राथमिक विद्यालय नवाडीह, ब्लाॅक चोपन के प्राथमिक विद्यालस झरिया टोला, प्राथमिक विद्यालय जमुना, उच्च प्राथमिक विद्यालय कदरा, उच्च प्राथमिक विद्यालय अगौरी, इसी प्रकार म्योरपुर ब्लाॅक के प्राथमिक विद्यालय मुर्धवा, प्राथमिक विद्यालय पिपरहर, ब्लाॅक दुद्धी के उच्च प्राथमिक विद्यालय अमवार, प्राथमिक विद्यालय बैरियाखाड़ी, ब्लाॅक बभनी के प्राथमिक विद्यालय सालेनाग, प्राथमिक विद्यालय शीशटोला और अधिशासी अभियन्ता ग्रामीण अभियन्त्रण विभाग ब्लाॅक करमा के अन्तर्गत उच्च प्राथमिक व प्राथमिक विद्यालय भटौलिया, उच्च प्राथमिक विद्यालय फुलवारी, प्राथमिक विद्यालय करकोली, प्राथमिक विद्यालय कोइलरिया, प्राथमिक विद्यालय मोकरसीम, ब्लाॅक कोन के अन्तर्गत उच्चा प्राथमिक विद्यालय चरवाडीह, प्राथमिक विद्यालय बरवाखाड़, प्राथमिक विद्यालय मिश्री, प्राथमिक विद्यालय नौडिहा खण्ड विकास अधिकारी कोन द्वारा प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालयों के नवीन भवनों निर्माण कार्य कराया जायेगा, उन्होने कहा कि उच्च प्राथमिक/प्राथमिक विद्यालयो के नवीन भवनों के निर्माण कार्य सभी नामित एजेिन्सयां गुणवतापूर्ण तरीके से व ससमय पूर्ण कराना सुनिश्चि करेगें विद्यालयों के नवीन भावनों का निर्माण कार्य हो जाने से बच्चों पठ्न-पाठ्न हेतु स्वच्छ व सुन्दर वातावरण मिलेगा जिसके माध्यम से वह विद्यालयों में शिक्षकगण के माध्यम से बेहतर शिक्षा प्राप्त कर सकेगें।