संवाददाता – अर्चना शुक्ला।
सोनभद्र। आज का दिन यानी 27 सितंबर को हर साल दुनिया भर में विश्व पर्यटन दिवस के रूप में मनाया जाता है। जिसका एक मात्र उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना है। इसी कड़ी में यूपी के सोनभद्र जिले में भी विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर धूम देखी गई। जहां जिला प्रशासन की तरफ से बड़े पैमाने पर पर्यटन की तैयारियां की गई थी। स्कूली बच्चों को खासतौर पर विश्व पर्यटन दिवस के मौके पर चुना गया था। क्योंकि स्कूली बच्चों में जिज्ञासा सबसे ज्यादा भरी रहती है और उनमें सोचने समझने की छमता सबसे ज्यादा होती है। खास दिन के अवसर पर सोनभद्र के कई पर्यटन क्षेत्रों का भ्रमण कराया गया और जगह के बारे में सांस्कृतिक और व्यवहारिक रूप से जानकारी दी गई। सोनभद्र को गुप्त काशी के नाम से भी जाना जाता है। प्रत्येक क्षेत्र में प्राकृतिक की अनमोल धरोहर और प्राचीन मंदिर देखे जा सकते है। स्कूली बच्चों ने प्राकृतिक वादियों का भ्रमण कर लुफ्त उठाया और कार्यक्रम के मकसद को पूरा किया। बच्चों ने बहुत ही बारीकियों से हर जगहों के बारे में जाना और बताया कि हम अपने आसपास और रिश्तेदारों से सोनभद्र में विख्यात चीज़ों के बारे में चर्चा करेंगे और कहेंगे कि एक बार आप ज़रूर पूरा सोनभद्र घूमिये। काम से इतर ट्रिप पर जाने से माइंड रिफ्रेश तो हो ही जाता है इसके साथ परिवार के साथ एक खुशनुमा पल बिताने का मौका भी मिल जाता है वही पर्यटन अधिकारी बृजेश कुमार ने बताया कि, सोनभद्र आकर हमे उस वक़्त बहुत ज्यादा खुशी मिली जब मैने सोनभद्र की हंसी वादियों को पास से देखा। सोनभद्र में घूमने के लिए बहुत सी ऐसी चीज़ें है जिसकी सभी कल्पना करते है। सोनभद्र में पर्यटन को बढ़ाया देने की पहल हमलोगों की सार्थक सिद्ध होगी और आने वाले समय मे पर्यटन के रूप में भी जिला जानने जाने लगेगा। बृजेश कुमार ने बताया कि, जिला पर्यटन संस्कृति परिषद इस जनपद मे पहले से गठित है शासन के निर्देश से और इसके अध्यक्ष जिलाधिकारी है। इस कमेटी का उद्देश्य था हमारे जिले का पर्यटन कैसे बढ़ाया जाए और अधिक से अधिक पर्यटन हमारे जनपद में आये। पर्यटन की ज्यादा संख्या आने से यहां के बेरोजगारों युवाओं को रोजगार मिलेगा और बड़े पैमाने पर राजस्व की बढ़ौतरी होगी। रेवेन्यू जनरेट करना वाला अगर कोई उद्योग है तो वो है पर्यटन उद्योग। जनपद सोनभद्र के जीआईपी के चयनित बच्चे इनको जिला पर्यटन संस्कृति परिषद के तत्वावधान में जिले के विभिन्न स्थलों का भ्रमण कराया जाएगा।इनके माध्यम से कोई कमी रही तो इनसे सुझाव मिलेगा जिससे हमारा पर्यटन बढेगा तो हम उस सुझाव को जरूर अमल में लाएंगे। प्रदेश सरकार काफी प्रयासरत है कैसे जिलों में पर्यटन को बढ़ाया जाए। पर्यटन विगत कई वर्षों से 30 से 35% बढ़ा हुआ है जिसमें हमारे जिले में विदेशी भारती और अगल बगल के राज्यों से टूरिस्ट आना शुरू कर दिए है। आज का उदेश्य यह है कि टूरिस्टों की संख्या कैसे बढ़ाया जाए। अंतरराष्ट्रीय लेवल का दिवस है जो हर जिलों में मनाया जा रहा है। जो गोवा या अगल बगल राज्यों में जाते है वो सोनभद्र ज़रूर घूमे क्योंकि सोनभद्र में बहुत सी खासियत है जिसे देखना चाहिए। पंडित नेहरू ने सोनभद्र को स्विट्जरलैंड की संज्ञा दी थी। सोनभद्र में प्रकृति वातावरण और एडवेंचर को बच्चे कार्यक्रम में माध्यम से देखेंगे। बच्चे देखेंगे अन्य प्रदेशों से पर्यटक जो देखने आते है वो कैसे फोटोग्राफी करते है। किस किस चीज़ की फोटोग्राफी करते है और किस किस जगह को घूमने में वो इंटरेस्ट रखते है। आज फोटोग्राफी का भी कॉम्पिटिशन कराया जा रहा है। जो बेस्ट टॉप फोटोग्राफर होगा उसको सम्मानित किया जाएगा। साथ ही उनको सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा। इसके अलावा पेंटिंग कॉम्पिटिशन का भी आयोजन किया गया है। सोनभद्र में जो भी हमारे साइट है बहुत अच्छी साइट है। उस साइट पर अच्छी फोटोग्राफी और पेंटिंग्स को अपलोड किया जाएगा। ये अभी छोटा सा प्रयास है। जो हमारा मकसद है वो देश दुनिया के सामने आएगा। संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन द्वारा साल 1980 में पर्यटन दिवस मनाने की शुरुआत की गई थी। साल 1970 में इस दिन को मनाने के लिए विश्व पर्यटन संगठन का संविधान स्वीकार किया गया था।