विंध्य ज्योति गाजीपुर। शिव शंकर पाण्डेय
गाजीपुर के जखनिया क्षेत्र के धामूपुर में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में अव्यवस्थाएं हावी हैं। यहां न तो डॉक्टर हैं और न ही सफाई कर्मचारी हैं। इनकी तैनाती नहीं होने के कारण लोगों को इलाज नहीं मिल पा रहा है। स्वास्थ्य विभाग जिम्मेदार अफसर सब कुछ जानते हुए भी अंजान बने बैठे हैं। मालूम हो कि धामूपुर परमवीर चक्र विजेता शहीद वीर अब्दुल हमीद का पैतृक गांव है।
धामुपुर वीर अब्दुल हमीद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉ. राकेश रोशन की तैनाती हुई थी, जिनका शासन के द्वारा मऊ जनपद में टांसफार्मर हो गया। इसके बाद किसी नए डॉक्टर की तैनाती ही नहीं हुई। फार्मासिस्ट रामसुरेश चौरसिया मरीजों का इलाज करते हैं। कई माह बीत जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग के द्वारा नए डॉक्टर नियुक्ति नहीं होने पर समाजसेवी ने PMO को पत्र लिखकर शिकायत की थी।कुछ दिन पूर्व धामूपुर गांव के समाजसेवी ने देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भारत सरकार डॉ. मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर शिकायत की थी और अस्पताल का वीडियो बनाकर उसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पोर्टल और ट्विटर, फेसबुक पर पोस्ट किया। यहां पर लोग इलाज कराने के लिए दूर -दरार से मरीज आते हैं।हैंडपंप की भी की जाए व्यवस्था ग्रामीणों ने कहा कि अस्पताल में टंकी का प्रदूषित पानी पीना पड़ता है, जिससे स्वास्थ्य बिगड़ जाता है इसके लिए एक हैंडपंप की भी व्यवस्था की जाए। ग्रामीणों का कहना है कि वीर अब्दुल हमीद स्वास्थ्य केंद्र पर एंटी रैबीज इंजेक्शन की भी उपलब्धता किया जाए। फार्मासिस्ट राम सुरेश चौरसिया ने बताया कि शासन के आदेश पर यहां तैनात चिकित्सक का गैर जनपद स्थानांतरण हो चुका।