संवाददाता – मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
डाला सोनभद्र। वन प्रभाग ओबरा के अंतर्गत डाला बीट के न्यू प्लांटेशन नंबर 10 नौवटलिया में वन विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण सैकड़ों हरे पौधे सूख कर बर्बाद हो गए। विभाग के बीट इंचार्ज व वन रक्षक को इसको लेकर कोई फर्क नहीं है। जहां एक तरफ सरकार पर्यावरण को लेकर स्वच्छ व सुरक्षित रखने के लिए प्रत्येक वर्ष पौधारोपण का लक्ष्य निर्धारित कर पूर जोर-शोर से अभियान चलाया जाता है। लाखों पौधे रोपने का दावा भी होता है लेकिन पौधारोपण के बाद फिर उसे दोबारा नहीं देखा जाता है कि वह किस हाल में हैं। नतीजा सूख जाने वाले पौधों से हरियाली भी नहीं लौट रही। साथ ही शासन का लाखों रुपये भी बर्बाद होता जा रहा है। वही वन विभाग के कुछ कर्मचारियों के लापरवाही का नजारा इस कदर देखने को मिला कि होश उड़ गए। जी हाँ हम बात कर रहे हैं ओबरा वन प्रभाग के अंतर्गत डाला बीट के नौवटलिया में जहां पौधे लगाए गए थे। वही इसमें से अधिकतर सूख चुके हैं। बहुत तो गायब हो गए हैं। जब ऐसे ही पौधारोपण की कोशिश होगी तो हरियाली कैसे आएगी। वही वन विभाग की ओर से पौधारोपण कराया गया था। रोपण के बाद देखभाल नहीं की जा रही है। न तो उन्हें कभी पानी दिया जा रहा है। मौजूदा समय में स्थिति यह है कि पानी न मिलने से गर्मी शुरू होते ही अधिकतर पौधे या तो सूख चुके हैं या फिर सूखने की कगार पर है। वही ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग पौधारोपण तो कर दे रहा है लेकिन न तो घेड़ाई की व्यवस्था हो रही है न तो कभी पानी दिया जा रहा है। जिसके कारण हजारों पौधे पेड़ बनने से पहले ही दम तोड़ देते हैं और वन विभाग के कर्मचारी पल्ला झाड़ लेते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये पौधे 22 जुलाई को लगने वाले थे जिसे किसी की नजर न पड़े इसलिए इसे डाला रेंज के अन्तरगत डाला बीट के नौटोलिया न्यू प्लांटेशन न0 10 में रख कर सुखाए जा रहे है वही ग्रमीणों का कहना है कि यहा के वन रक्षक लल्लू सिंह व वन दरोगा त्रिलोकी दुबे है ये लोग केवल रात्रि में गस्त के नाम पर अवैध वसूली करते है.इनके टीम में इरफान खान व अंकित सिंह भी शामिल है।