संवाददाता – मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
लोक निर्माण विभाग का कार्य चढ़ रहा है भ्रष्टाचार की भेंट – भागीरथी सिंह मौर्य।
सोनभद्र- जन अधिकार पार्टी के निवर्तमान मंडल अध्यक्ष भागीरथी सिंह मौर्य ने प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग जनपद सोनभद्र के अवर अभियंता ओम नारायण तिवारी द्वारा विभाग में किए जा रहे भ्रष्टाचार एवं अनियमितता के संदर्भ में माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग सोनभद्र, माननीय लोक निर्माण विभाग मंत्री लखनऊ, आयुक्त विंध्याचल मंडल, अजय चौहान मुख्य सचिव पीडब्ल्यूडी लखनऊ, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग लखनऊ, अधीक्षण अभियंता लोक निर्माण विभाग वृत्त मिर्जापुर मंडल एवं एंटी करप्शन विभाग वाराणसी को शिकायती पत्र भेज एवं मुख्यमंत्री पोर्टल पर भ्रष्टाचार के मामले को अवगत कराते हुए निम्नलिखित विषयों पर उच्चस्तरीय जांच की मांग की गई है ।
01. ओम नारायण तिवारी कार्यरत इंजीनियर ( जेई ) के कई वर्षों से एक ही जनपद में कार्यरत होने से अपने चहेते ठेकेदारों से सांठ – गांठ करके मानक के अनुरूप बनने वाली सड़को में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए करोड़ों की संपत्ति अर्जित किए हुए हैं । विभाग को भ्रष्टाचार मुक्त कराने के लिए गैर जनपद में स्थानान्तरण किया जाना आवश्यक है ।
02. ओम नारायण तिवारी अवर अभियंता द्वारा 05 लाख का बांड बनाकर गलत ढंग से 20 लाख का भुगतान करते हैं और उस सरकारी पैसे का दुरुपयोग करते हुए बंदरबांट किया जा रहा है ।
03. ओम नारायण तिवारी लिपिक से अवर अभियंता बने है परंतु उनका आज के समय में चर्चा बना हुआ है कि लग्जरी कार से चलते हैं । M H 12 M W 0 834 जिसको चलाने के लिए एक चालक भी परमानेंट रखे हुए हैं । आलीशान मकान बैंक बैलेंस भी है जिसकी जांच किसी अन्य एजेंसी द्वारा कराकर आय से अधिक संपत्ति की जांच भी की जा सकती है ।
04 ओम नारायण तिवारी जब से लिपिक से अवर अभियंता बने हैं तब से अपने चहेते ठेकेदारों जो उनके गांव जिला प्रयागराज उत्तर प्रदेश के रहने वाले बंटी तिवारी हैं जिनका फर्म का नाम शशांत कंस्ट्रक्शन कंपनी प्रोपाइटर कृष्णानन्द जो बंटी तिवारी के पिता जी है, उनके नाम पर प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग जनपद सोनभद्र में रजिस्टर्ड है, ओम नारायण तिवारी के मो0 का यदि जांच किया जाए तो उनका बंटी तिवारी के मोबाइल से डेली कॉल डिटेल बात करने का मिल जाएगा । जिसकी जांच कर उक्त लोगो के ऊपर निष्पक्ष कार्रवाई की जाए ।
05. ओम नारायण तिवारी अवर अभियंता के पास अतिरिक्त चार्ज हेड क्वार्टर, कचहरी, जिलाधिकारी कार्यालय, सर्किट हाउस आदि का है जिसका बिना टेंडर हुए कार्य उनके चहेते ठेकेदार जो बंटी तिवारी हैं के द्वारा किया जाता है व सारे पैसे आधे आधे बांट लिए जाते हैं और सरकारी पैसे का बंदरबांट किया जाता है ।
06. ओम नारायण तिवारी जब लिपिक के पद पर कार्यरत थे उसी समय उनके द्वारा डिप्लोमा डिग्री ली गई थी। श्री तिवारी के डिप्लोमा डिग्री की पढ़ाई करते समय वेतन का आहरण हुआ है कि नहीं, अध्ययन के दौरान अवकाश लिए है कि नहीं इसकी जांच किए जाने की मांग की गई