संवाददाता – विकास कुमार हलचल।
सोनभद्र। दिनांक 23.07.2023 को चन्द्रिका बैगा पुत्र रामनाथ बैगा निवासी कुम्हिया टोला पनारी थाना ओबरा सोनभद्र द्वारा थाना ओबरा पर तहरीर दी गयी कि उनकी माँ रजवन्ती उम्र 45 वर्ष की मेरे पिता रामनाथ बैगा पुत्र ठुरई बैगा निवासी ग्राम कुमिहां, थाना ओबरा, जनपद सोनभद्र व उनके साथी रामसिंह पुत्र शेरबली बैगा द्वारा हत्या कर दी गयी है । प्राप्त तहरीर के आधार पर थाना ओबरा पर मु0अ0सं0 167/2023 धारा 302 भादवि का अभियोग पंजीकृत किया गया था । उक्त घटना के सम्बन्ध में संलिप्त अभियुक्तगण की गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक सोनभद्र द्वारा दिये गये विशेष निर्देश के क्रम अपर पुलिस अधीक्षक मुख्यालय व क्षेत्राधिकारी ओबरा के कुशल मार्गदर्शन आज दिनांक 24.07. 2023 को थाना ओबरा पुलिस द्वारा मुखबीर खास की सूचना पर मुकदमा उपरोक्त में नामित अभियुक्तगण 1. रामसिंह बैगा पुत्र शेरबली बैगा 2. राम नाथ बैगा पुत्र ठुरई बैगा निवासीगण ग्राम कुमिहां, थाना ओबरा, जनपद सोनभद्र को कस्बाई पहाड़ी के जंगल से गिरफ्तार कर अभियुक्तगण के निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त लकड़ी की थुन्नी को किया गया बरामद कर भेजा गया जेल । बरामदगी व अन्य साक्ष्य संकलन से पंजीकृत अभियोग उपरोक्त में धारा 34, 201 भादवि की गयी बढोत्तरी की गयी । पूछताछ मे अभियुक्त राम सिहं के द्वारा बताया गया कि मेरी माँ की मृत्यु रजवन्ती द्वारा भूत प्रेत के माध्यम से करवायी गयी थी । इसलिए मै अपनी माँ का बदला लेना चाहता था । दिनाकं 23.07.23 को मैने योजना के तहत मृतका रजवन्ती जो रिश्ते मे मेरी नानी लगती थी को शराब पिलाया तथा मृतका के पति रामनाथ की सहायता से ले जाकर लकड़ी के मोटे डण्डे (थुन्नी) से सिर के पास 2 वार किया जिससे रजवन्ती की मृत्यु हो गयी, फिर शव को पीठ पर लादकर जंगल मे फेक दिया। अभियुक्त रामनाथ द्वारा बताया गया कि मेरी पत्नी जो नशे की आदी थी । वह कई लोग से सम्बन्ध बनाती थी जिससे मै आहत था। वह चरित्र की भी ठीक नहीं थी । मुझको मारती पीटती थी । मेरी बात नही सुनती थी जिससे मै परेशान रहता था । मुझे जब यह बात पता चला कि मेरी पत्नी के कारण ही राम सिहं की माँ की मृत्यु हुई तो मैने राम सिहं के साथ योजना बनाकर निश्चय किया कि इसको रास्ते से हटाना है । हम लोगो ने दिनांक-22/23.07.2023 को घर पर ही शराब पीकर रात में करीब 2:00 बजे के आस पास हम दोनो लोग रजवन्ती को घर से और शराब पिलाने के बहाने ले जाकर मैने बातों में उलझाया तभी राम सिहं वही बगल में पड़े सूखे लकड़ी के मोटे डण्डे से रजवन्ती के सिर पर बाये तरफ आंख के पास जोर से दो बार मारा जिससे रजवन्ती की मौके पर ही मृत्यु हो गयी ।