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Kashi Vishwanath Temple:इस यात्रा में शामिल कंचन मिश्रा ने बताया कि काशी में यह परम्परा 27 सालों से निरंतर चली आ रही है. इस साल पहली बार सिंधु और चिनाब नदी के जल से भी बाबा का अभिषेक कर आतंकवाद के खात्मे की प्र…और पढ़ें
काशी विश्वनाथ का सामुहिक जलाभिषेक
हाइलाइट्स
- काशी विश्वनाथ का अभिषेक सिंधु और चिनाब नदी के जल से हुआ.
- 27 सालों से चली आ रही परंपरा में पहली बार आतंकवाद के खात्मे की प्रार्थना.
- निर्जला एकादशी पर आठ महिलाओं ने आठ नदियों के जल से अभिषेक किया.
वाराणसी: सात वार नौ त्योहारों के शहर बनारस अपनी परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है. निर्जला एकादशी के दिन यहां बाबा विश्वनाथ से जुड़ी दशकों पुरानी परंपरा निभाई जाती है. हर साल इस दिन काशी वासी अपने आराध्य बाबा विश्वनाथ का गंगा जल से अभिषेक करते हैं. इस बार पहली बार गंगा जल के साथ सिंधु, चिनाब, मानसरोवर, रीवा, संगम सहित पवित्र नदियों के जल से काशी विश्वनाथ का सामूहिक जलाअभिषेक किया गया.
27 साल पुरानी है परम्परा
इस यात्रा में शामिल कंचन मिश्रा ने बताया कि काशी में यह परंपरा 27 सालों से लगातार चली आ रही है. इस साल पहली बार सिंधु और चिनाब नदियों के जल से भी बाबा विश्वनाथ का अभिषेक किया गया और आतंकवाद के खात्मे की प्रार्थना की गई.
आठ महिलाओं ने किया जलाअभिषेक
इस कलश यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल थे, लेकिन खास बात यह रही कि सिंधु, चिनाब, रीवा सहित आठ नदियों के जल से आठ महिलाओं ने बाबा का सामूहिक जलाभिषेक किया.



