नोएडा: नोएडा और ग्रेटर नोएडा के लाखों लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है. सालों से गौर सिटी गोलचक्कर पर लगने वाला भारी ट्रैफिक जाम अब जल्द ही बीते दिनों की बात हो सकता है. ग्रेटर नोएडा वेस्ट की इस सबसे बड़ी समस्या का समाधान निकालते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने यहां अंडरपास का निर्माण कार्य शुरू करवा दिया है. ये इलाका न सिर्फ नोएडा और ग्रेटर नोएडा बल्कि गाजियाबाद को भी जोड़ता है, और यही वजह है कि यहां हर दिन करीब एक लाख लोग, हजारों गाड़ियों के साथ गुजरते हैं.
स्थानीय लोगों की लंबे समय से यह मांग रही थी कि गौर सिटी चौराहे पर ट्रैफिक की समस्या का स्थायी समाधान निकाला जाए. रोजाना की इस जाम से सबसे ज्यादा परेशानी नौकरीपेशा लोगों, स्कूल बसों, और इमरजेंसी सेवाओं को होती है. अब जब प्राधिकरण ने इस पर एक ठोस कदम उठाया है, तो लोगों को उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही इस ट्रैफिक से राहत मिलेगी.
क्या बन रहा है और कितना काम हुआ?
82 करोड़ रुपये की लागत से यहां 760 मीटर लंबा और 30 मीटर चौड़ा अंडरपास बनाया जा रहा है. इसके दोनों ओर 250-250 मीटर के रैंप भी तैयार किए जाएंगे ताकि गाड़ियों को चढ़ने-उतरने में कोई दिक्कत न हो. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की मानें तो इस अंडरपास को 18 महीनों में पूरा किया जाना है. फिलहाल करीब 5 से 6 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है.
प्रोजेक्ट से जुड़े इंजीनियरों का कहना है कि शुरुआती लेवलिंग, ड्रेनेज और बेस स्ट्रक्चर का काम शुरू कर दिया गया है. वहीं आसपास के ट्रैफिक को डायवर्ट करके काम को तेज गति से अंजाम देने की कोशिश की जा रही है.
क्यों जरूरी था ये अंडरपास?
गौर सिटी चौराहा सिर्फ एक ट्रैफिक पॉइंट नहीं, बल्कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और गाजियाबाद को जोड़ने वाला महत्वपूर्ण नोड है. रोज सुबह और शाम ऑफिस टाइम पर यहां इतना जाम लग जाता है कि लोग आधे घंटे से लेकर एक घंटे तक फंसे रहते हैं. इस चौराहे से लगभग 5 से 6 लाख की आबादी प्रभावित होती है.
अंडरपास के बनने के बाद न सिर्फ डेली कम्यूटर को राहत मिलेगी बल्कि एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड जैसी इमरजेंसी सेवाओं को भी बिना देरी के रास्ता मिलेगा. स्कूल जाने वाले बच्चों की बसों को भी ट्रैफिक में फंसने से राहत मिलेगी.
स्थानीय निवासी मनोज शर्मा कहते हैं, “हम लोग कई सालों से इस अंडरपास की मांग कर रहे थे. सुबह ऑफिस निकलो तो जाम में फंसो, शाम को लौटो तो फिर वही हाल. अब जब काम शुरू हुआ है तो उम्मीद है कि एक-दो साल में बहुत बड़ी राहत मिलेगी.”
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी भी मानते हैं कि गौर सिटी चौराहा अब एक हाई-ट्रैफिक जोन बन चुका है और भविष्य में ट्रैफिक और भी बढ़ेगा, ऐसे में अंडरपास इसका सही समाधान है.
अभी शुरुआती काम चल रहा है, लेकिन आने वाले समय में जैसे-जैसे इसका ढांचा खड़ा होगा, लोग इसे एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखेंगे. अगर सब कुछ समय पर हुआ, तो ग्रेटर नोएडा वेस्ट के लाखों लोगों को एक बड़ी राहत मिलना तय है.



