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Khelo India University Games: कानपुर की अंशिका, ऋतु और युक्तिशा ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में जगह बनाई. उन्होंने 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में 574 स्कोर किया. कुलपति ने बधाई दी.

Khelo India University Games
हाइलाइट्स
- कानपुर की तीन छात्राओं ने खेलो इंडिया गेम्स 2025 में जगह बनाई.
- अंशिका, ऋतु और युक्तिशा ने 50 मीटर राइफल स्पर्धा में 574 स्कोर किया.
- कुलपति ने छात्राओं की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की.
Khelo India University Games: कानपुर के छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की तीन होनहार छात्राओं अंशिका, ऋतु और युक्तिशा ने खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में अपनी जगह बना ली है. इन छात्राओं ने अखिल भारतीय अंतरविश्वविद्यालयीय शूटिंग प्रतियोगिता (महिला) के 50 मीटर राइफल 3 पोजीशन स्पर्धा में शानदार प्रदर्शन किया. यह प्रतियोगिता 8 जनवरी 2025 से 18 जनवरी 2025 तक पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़ में आयोजित हुई थी. इन छात्राओं ने 574 स्कोर हासिल कर अपने चयन को सुनिश्चित किया. इस उपलब्धि से विश्वविद्यालय और पूरे कानपुर का नाम रोशन हुआ है.
बेहतरीन प्रदर्शन से मिली सफलता
अंशिका और युक्तिशा, दोनों शारीरिक शिक्षा विभाग में बीपीएस कोर्स की छात्राएं हैं और उन्होंने स्पोर्ट्स कोटा के तहत प्रवेश लिया था. ऋतु, चौधरी सुधर सिंह एकेडमी, इटावा की छात्रा हैं, जो विश्वविद्यालय से संबद्ध है. तीनों ने मिलकर कड़ी मेहनत की और इस प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन किया. इन छात्राओं ने न सिर्फ अपने विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया बल्कि इस प्रतियोगिता में बेहतरीन स्कोर कर खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स 2025 में खेलने का मौका भी हासिल किया.
कुलपति ने दी बधाई
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने इन छात्राओं की उपलब्धि पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि यह सफलता विश्वविद्यालय की खेल संस्कृति को दर्शाती है. उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि विश्वविद्यालय की तरफ से खिलाड़ियों को हर संभव मदद दी जाएगी ताकि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें. कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और खिलाड़ियों के लिए खास योजनाएं चलाई जाएंगी.
देश के लिए खेलने का सपना
चयनित खिलाड़ियों ने कहा कि उनका सपना है कि वे भविष्य में देश के लिए खेलें और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का नाम रोशन करें. उन्होंने बताया कि वे ओलंपिक 2028 के लिए तैयारी कर रही हैं और कोच चंद्र मोहन तिवारी के मार्गदर्शन में कड़ी मेहनत कर रही हैं.कोच चंद्र मोहन तिवारी स्वयं एक अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता रह चुके हैं और अब वे इन युवा खिलाड़ियों को प्रशिक्षित कर रहे हैं.उनका लक्ष्य है कि ये खिलाड़ी भविष्य में ओलंपिक और अन्य अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भारत के लिए मेडल जीतें.