झांसी. उत्तर मध्य रेलवे का झांसी डिवीजन में ट्रेनों और स्टेशनों पर बगैर टिकट यात्रियों की जांच चल रही थी. बुंदेलखंड इलाके में जांच के दौरान टीटी ने एक यात्री को बगैर टिकट पकड़ लिया. यात्री टिकट न लेने के बहाने बनाने के बजाए जोर से हंसकर बोला. बगैर टिकट हूं, जो पेनाल्टी बनती हो ले लो. यह देखकर टीटी भी हैरान हो गया. क्योंकि ऐसे यात्री पहले बहानेबाजी करते थे. इसने बगैर कुछ कहे पेनाल्टी देने की बात कही. फिर यात्री बोला, इसके बाद भी हम फायदे में ही रहेंगे. टीटी ने पेनाल्टी काट दी. इसके बाद यात्री ने वजह बताई, जिसे सुनकर आसपास के यात्री भी हंसने लगे.
भारतीय रेलवे बगैर और अनयिमित टिकट पर यात्रा करने वालों पर लगाम लगाने के लिए लगातार अभियान चला रहा है. इस अभियान से दोहरा लाभ हो रहा है, पहला रेलवे को राजस्व की वसूली हो रही है और दूसरा रिजर्वेशन टिकट पर यात्रा करने वालों को सुविधाजनक सफर कराया जा सके.
साल के आखिरी दिन चला अभियान
साल के आखिरी दिन 31 दिसंबर को झांसी, उरई, ग्वालियर, बांदा, मुरैना समेत कई प्रमुख स्टेशनों और यहां से गुजरने वाली ट्रेनों में जांच चल रही थी. इस दौरान बिना टिकट यात्रा करने वाले 312 यात्रियों से कुल 2,85,675 रुपये का जुर्माना वसूला गया. अनियमित टिकट के साथ यात्रा करने वाले 373 यात्रियों से 1,91,970 रुपये जुर्माना वसूला गया. पूरे दिन चलाये गए इस अभियान में कुल 686 अनियमित यात्री पकड़े गए, जिनसे 4,77,645 रुपये राजस्व वसूला गया.
यात्री ने फायदे का कारण बताया
बगैर टिकट यात्रा करने वाले यात्री ने बताया कि रोजाना आना जाना होगा. कभी स्लीपर या कभी एसी में सफर करते थे. पूरे महीने में कभी भी टिकट नहीं लिया. आज आखिरी दिन पकड़े गए. पेनाल्टी अधिक से अधिक जहां से ट्रेन शुरू हुई है, वहीं से देनी होगी. चूंकि ट्रेन पिछले स्टेशन से निकली है. ज्यादा पेनाल्टी भी नहीं बनेगी. इस तरह पेनाल्टी देने के बाद भी फायदे में रहेंगे. उसका तर्क सुनकर टीटी को गुस्सा जरूर आया लेकिन पेनाल्टी ट्रेन शुरू होने वाले स्टेशन से बनाने के अलावा कोई रास्ता नहीं था.
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FIRST PUBLISHED : January 2, 2025, 18:39 IST