संवाददाता। विजय कुमार अग्रहरी
सी परियोजना कोलहैंडिग प्लांट से उड़ता कोयला,लोगों की सांस पर खतरा।
सोनभद्र,ओबरा। ओबरा बग्गा नाला रोड से गजराज नगर ,बिल्ली स्टेशन, डिग्री कॉलेज ओबरा क्षेत्र प्रदूषण की चपेट में था ही ,अब सी परियोजना का कोलहैंडिग प्लांट ओबरा बाजार से सटा होने के कारण उससे निकलने वाली कोयला के कण पूरे बाजार के मुंह पर कालिख पोत रही है।बाजार के दुकानदारों ने बताया, कि सुबह छतों पर कोयला की परत जम जाती है।लोगों की सांस लेने में परेशानी हो रही है।कोयला के कण दुकान मकान कपड़ों पर कालिख पोत रही है।इसकी वजह प्रशासन की लापरवाही बताई जा रही है।खनन क्षेत्र में लापरवाही चरम सीमा पर है।इलाकों में सड़क किनारे भस्सी, पत्थर,गिट्टिक, मिट्टी खुले में पड़ी होने से वाहनों की आवाजाही से दिनभर धूल उड़ती रहती है। इससे स्थानीय निवासियों और राहगीरों को सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि स्थानीय प्रशासनऔर संबंधित विभागों को बार-बार शिकायतों के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही। सड़क किनारे 8-10 फीट तक फैली भस्सी पत्थर गिट्टी मिट्टी से प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है पानी का छिड़काव भी नहीं होता है ।जिलापंचायत के आधा दर्जन बैरियर से गुंडई से 24 घंटा वसूली की जा रही है,परन्तु क्षेत्र की भलाई कोई काम नहीं किया जाता।लेबर वर्ग जो मास्क का खर्च भी नहीं उठा सकता,दिनभर प्रदूषण की मार झेल रहा है।आज की स्थिति से बग्घा नाला से शारदा मंदिर ,गजराज नगर, शारदा मंदिर चौराहे से बिल्ली स्टेशन ,डिग्री कॉलज ,बाजार सम्पूर्ण नगर सबसे ज्यादा प्रभावित है ।क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि सफाई और प्रदूषण रोकने के प्रयास केवल कागजों तक हैं। प्रशासन की निष्क्रियता से प्रदूषण की स्थिति जस की तस बनी हुई है।लोगों ने इस मुद्दे पर तत्काल कार्रवाई की मांग की है।प्रदूषण बीमारी और अकाल मृत्यु का सबसे बड़ा पर्यावरणीय कारण है। प्रदूषण के कारण अधिक अकाल मौतें होती हैं, जिनमें से अधिकांश वायु प्रदूषण के कारण होती हैं । यह एड्स, तपेदिक और मलेरिया से होने वाली मौतों से कई गुना अधिक है। कोविड-19 महामारी जैसे वैश्विक स्वास्थ्य संकट पर्यावरण और स्वास्थ्य के बीच मजबूत संबंधों और इस तरह के संबंधों को व्यवस्थित रूप से संबोधित करने की आवश्यकता की याद दिलाते हैं।बिजली विभाग बितरण व्यवस्था ओबरा में सबसे ज्यादा कटौती करता है।ओबरा की आम जनमानस हवा पानी बिधुत की समस्या से त्रस्त है।संवेदनशील जिलाधिकारी महोदय को नगर की समस्या का संज्ञान लेना चाहिए।