संवाददाता। मिथिलेश कुमार भारद्वाज।
डाला सोनभद्र। शुक्रवार को गुरमुरा में उदित होते सूर्य की अर्घ्य देकर कार्तिक छठ महापर्व का समापन किया l बता दें कि यह महापर्व छठ पूजा साल में दो बार मनाया जाता है. एक चैत्र मास में और दूसरा कार्तिक मास में मनाया जाता हैं।चैत्र मास में मनाया जाने वाला छठ चैती छठ के नाम से जाना जाता है और कार्तिक छठ महापर्व की भांति ही सूर्य देव की उपासना की जाती है l कार्तिक मास में मनाए जाने वाले छठ महापर्व का बहुत ही बड़ा महत्व है l इस महापर्व में भगवान दिनकर और माता छठी की उपासना का विधान है l मान्यता है कि इस विशेष दिन पर पूजा-पाठ, स्नान-दान इत्यादि कर्म करने से सभी दुःख दूर हो जाते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त होता है l
वही इस महापर्व में छठ पूजा सेवा समिति द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बढ़ चढ़ कर छठ महापर्व पूजा व्रत करने वाली महिलाओं के लिए छठ घाट पर पूरा सुरक्षा व्यवस्था किया गया था और इस सन्दर्भ में समिति के अध्यक्ष सोनू जायसवाल ने बताया कि यह महापर्व छठ पूजा एक ऐसा व्रत है कि इसमें कोई भेदभाव नहीं होता है सभी लोग एक दूसरे का भी सहारा लेकर इस महापर्व छठ पूजा व्रत को पूरा करता हैं इस महापर्व में हमारे छठ पूजा सेवा समिति के सभी कार्यकर्ता तन मन और धन से पूरे लगकर अपना पूरा सहयोग करते हैं जैसे हमारी समिति के तरफ से व्रत करने वाली महिलाओं के सुपलाओं में फल का सहयोग और अर्घ्य देने के लिए कच्चा गाय का दूध एवं सुबह चाय की व्यवस्था किया जाता हैं। वही थाना चोपन से सुरक्षा व्यवस्था में कोई विघ्न न आए इसलिए पूरी तरह से प्रशासनिक व्यवस्था चुस्त दुरुस्त रहती हैं। छठ पूजा सेवा समिति के अध्यक्ष सोनू जायसवाल ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी 9 नवंबर शनिवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप फील्ड में देवी जागरण एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया गया हैं। इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष सोनू जायसवाल, उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह व उज्ज्वल पटेल, कोषाध्यक्ष अजीत केसरी,अशोक गोड़, सूरज अग्रहरि,मनीष पनिका, राकेश गौड़,जयसूर्या पनिका, गौतम पनिका, परमहंस पटेल (मनोज पटेल), मनीष सिंह उर्फ रिक्की, राजाराम गौड़ एवं इत्यादि लोग शामिल रहे।