लार में एक व्यक्ति ने जाति प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर 5000 रुपए मांगते हुए पकड़ा गया। धनंजय गोंड, जो विदेश से लौटे थे, ने जब शिकायत की तो भीड़ ने उस व्यक्ति को खदेड़ दिया। राजस्व निरीक्षक ने बताया कि…
लार, हिन्दुस्तान संवाद। लेखपाल बन कर वसूली कर रहे एक व्यक्ति को शक होने पर लोगों ने दौड़ा लिया। वह जाति प्रमाण पत्र बनाने के नाम पर एक व्यक्ति से पांच हजार रुपए मांग रहा था। लोगों ने इसकी जानकारी राजस्व निरीक्षक को दी।
लार थाना के पटनेजी गांव के धनंजय गोंड विदेश रहते हैं। वे इस समय गांव आए हुए हैं। उन्हें अपनी बेटी का गोंड जाति का प्रमाण पत्र बनवाना है। गांव के लेखपाल राम भवन को तलाश करते वे थाना गेट के सामने आ गए। लेखपाल तो वहां नहीं मिले लेकिन कोई प्राइवेट आदमी मिला जो अपने को लेखपाल बताकर उनकी समस्या पूछा। जब धनंजय गोंड ने अपनी बेटी का अनुसूचित जन जाति का प्रमाण पत्र बनवाने की बात कही तो वह व्यक्ति पांच हजार रुपया मांगने लगा। बगल के दुकान में बैठे छात्र नेता साहू ध्रुव कुमार गुप्ता ने यह बात सुना तो उन्होंने कहा कि कचहरी से न्यूनतम तीस रुपए में जाति प्रमाण पत्र बन जाता है। आप कैसे लेखपाल हैं कि पांच हजार मांग रहे हैं। इतना सुनने के बाद कई लोगों की भीड़ जुट गई। बाद में पता चला की पैसा मांगने वाला कोई प्राइवेट आदमी था, लेखपाल नहीं था। यह जानते ही लोगों ने उसे खदेड़ दिया।
इस संबंध में राजस्व निरीक्षक चंद्रप्रकाश लाल श्रीवास्तव ने कहा कि कोई लेखपाल किसी से पैसा नहीं मांग रहा था। हमने संबंधित व्यक्ति से बात कर सभी आवश्यक दस्तावेज के साथ ऑनलाइन कराने को बोल दिया है।