गौरीबाजार, हिन्दुस्तान संवाद। पत्नी की बेहरमी से हत्या के मामले में पुलिस ने पति
गौरीबाजार, हिन्दुस्तान संवाद। पत्नी की बेहरमी से हत्या के मामले में पुलिस ने पति के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में मृतका की मां की तहरीर पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। पुलिस ने हत्यारे पति को गुरुवार की रात ही गिरफ्तार कर लिया था। उसने जान बख्शने की भीख मांग रही पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी थी।
गौरीबाजार के तेन्दूबारी में गुरुवार की देर शाम रंजीत श्रीवास्तव ने अपनी पत्नी सोनम श्रीवास्तव की बेरहमी से हत्या कर दी थी। ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार शाम को पत्नी को बेहरमी से पीटने लगा तो छत से नीचे कूद गई और जान बचाने के लिए गांव में भागी। महिलाओं से जान बचाने की गुहार लगाई। गांव के एक व्यक्ति के मोबाइल से पुलिस को अपने साथ मारपीट की जानकारी दी। पीछे से पहुंचा उसके पति ने कुछ नही कहने की शर्त पर घर के भीतर ले गया और दरवाजा बंद कर पीटने लगा।
दरवाजे बाहर खड़ी पीआरबी पुलिस और ग्रामीण उसके पति को बाहर निकलने की आवाज लगाते रहे। ग्रामीणों के मुताबिक करीब एक घंटे बाद पत्नी को घर के भीतर से घसीटते हुए निकला और उसे दरवाजे पर खड़ी पीआरबी पुलिस के सामने फेंक दिया। भीड़ पीआरबी पुलिस पर आक्रोशित हो गई कि वह चाहती तो जान बचा सकती थी। लेकिन उसे आखिर सांस तक पति के हाथों पिटने दिया। दशहरा के अवसर पर अपने गांव के एक बहू की जान नही बचा पाने का ग्रामीणों को बेहद दुख था।
मामले में पुलिस ने मृतका की मां की तहरीर पर रंजीत श्रीवास्तव के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है। महाराजगंज जनपद के समदेउरवा थाना क्षेत्र के सिरसिया सलमिला निवासी सुमन श्रीवास्तव पत्नी स्व. सुरेंद्र श्रीवास्तव बेटी की हत्या की खबर सुन मां बदहवास हो गई। रात में ही वह परिवार वालों के साथ गौरीबाजार पहुंची। इसके बाद उनकी तहरीर पर रंजीत श्रीवास्तव पुत्र विरेन्द्र के खिलाफ धारा 103 (1) के तहत मुकदमा दर्ज किया किया गया। पुलिस ने हत्यारोपी पति को वारदात के तुरंत बाद ही गिरफ्तार कर लिया था।
कर्ज से परेशान रंजीत पत्नी पर निकालता था गुस्सा
रंजीत श्रीवास्तव से उम्र में छोटी थी सोनम। उसकी उम्र 21 साल होगी। सोनम गरीब परिवार की थी। उसके पिता नही थे। कोरोना काल में किसी तरह दोनों की शादी हुई थी। उससे अभी एक ढाई साल का पुत्र ओम् है। रंजीत के पिता गोरखपुर में क्वार्टर लेकर एक प्राईवेट कंपनी में काम करते थे, बेटा-बहू उन्हीं के साथ रहते थे। कभी कभी गांव के आते थे।
इसका बड़ा भाई अलग कहीं और रहता है। रंजीत कमाने के लिए बाहर भी गया था। बताया जाता है रंजीत पर बहुत कर्ज था। जिसे लेकर परेशान रहता था। इसके चलते ही पत्नी से भी उसके रिश्ते ठीक नहीं थे। तलाक लेने की तैयारी में जुटा था। इसके बावजूद वह पत्नी के साथ दो दिन पहले गांव किस मकसद से आया, यह ग्रमीणों के समझ से परे हैं।