संवाददाता। विजय कुमार अग्रहरी।
श्रमिक अधिकारों की अनदेखी के कारण आंदोलन की चेतावनी।
सोनभद्र। ओबरा सी में कार्यरत टीएमसी कंपनी में श्रमिको का पिछले चार महीने से वेतन बकाया है। इस बारे में कई बार मजदूरों ने अपने नियोक्ता से संपर्क किया है, परंतु अब तक कोई समाधान नहीं हुआ है। इस आर्थिक संकट के कारण मजदूरों को अपने परिवार के भरण-पोषण में अत्यधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. जिनकी सभी मूलभूत आवश्यकताएं प्रभावित हो रही है। रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना मुश्किल हो गया है। भोजन, बच्चों की शिक्षा, और चिकित्सा जैसी अनिवार्य आवश्यकताओं को पूरा करने में असमर्थ हैं। वेतन का बकाया होने के कारण श्रमिकों में मानसिक तनाव और असुरक्षा की भावना बढ़ रही है. जो हमारे कार्यक्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल रही है। बहुत से श्रमिकों ने घर चलाने के लिए बैंकों से ऋण लिया हुआ है. और वेतन न मिलने के कारण उन्हें समय पर किस्त चुकाना संभव नहीं हो पा रहा, जिससे ब्याज का बोझ भी बढ़ रहा है। मजदूरों ने कहा कि हमने अब तक शांति और संयम के साथ अपने अधिकारों के लिए इंतजार किया, लेकिन हमारी समस्याओं की अनदेखी लगातार हो रही है। इसी को लेकर एसडीएम ओबरा को तहसील में पहुंचकर यह पत्र आपको चेतावनी स्वरूप लिख रहे हैं कि यदि शीघ्र ही हमारी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ और हमारा बकाया वेतन जल्द से जल्द नहीं मिला, तो हम मजबूरन आंदोलन करने पर विचार करेंगे। ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष शिवदत्त दुबे ने मजदूरों के साथ तहसील पर प्रदर्शन करते हुए एसडीएम ओबरा से वार्ता करते हुए कहा कि हमारी मुख्य मांगें निम्नलिखित हैं-. तीन महीने का बकाया वेतन तत्काल प्रदान किया जाए, भविष्य में समय पर वेतन भुगतान की सुनिश्चितता हो , श्रम कानूनों का पालन और कार्यस्थल पर सभी सुरक्षा मानकों का प्रावधान सुनिश्चित किया जाए। इस मौके पर शिवदत्त दुबे, महेश अग्रहरी, उमेश शुक्ला एडवोकेट , आदि सैकड़ों मजदूर उपस्थित रहे।