मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने भोपाल में एक दुकान से केमिकल और कच्चा माल (रॉ मटीरियल) जब्त किया है। इसका शहर के एक दूसरे हिस्से में हाल ही में पकड़ी गई सिंथेटिक दवा फैक्ट्री के साथ संभावित संबंध का पता चला है और फैक्ट्री मालिक को हिरासत में लिया गया है।
मध्य प्रदेश पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने भोपाल में एक दुकान से केमिकल और कच्चा माल (रॉ मटीरियल) जब्त किया है। इसका शहर के एक दूसरे हिस्से में हाल ही में पकड़ी गई सिंथेटिक दवा फैक्ट्री के साथ संभावित संबंध का पता चला है और फैक्ट्री मालिक को हिरासत में लिया गया है। डिप्टी पुलिस कमिश्नर (डीसीपी) संजय अग्रवाल ने बताया कि मंगलवार को जब्त सामग्री से एमडी ड्रग तैयार हो सकता है, जिसकी अनुमानित कीमत 250 से 350 करोड़ रुपये है।
गुजरात एंटी-टेररिस्ट स्कॉड (एटीएस) और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने 5 अक्टूबर को बगरोदा इलाके में स्थित सिंथेटिक ड्रग निर्माण फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया और 907.09 किलो मेफेड्रोन जब्त किया, जिसकी अनुमानित कीमत 1,814 करोड़ रुपये है। डीसीपी ने मंगलवार को बताया, ‘भोपाल में सिंथेटिक ड्रग फैक्ट्री के खिलाफ एनसीबी (दिल्ली यूनिट) की कार्रवाई के बाद, एमपी पुलिस को सोमवार रात उसी स्थान पर संदिग्ध वस्तुओं की मौजूदगी को लेकर सूचना मिली और सोमवार रात स्पॉट को सील कर दिया गया।’
उन्होंने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एनसीबी मामले में गिरफ्तार अमित चतुर्वेदी ने गोदाम के सामने गणेश मार्केट इलाके में एक दुकान किराए पर ली थी। वह देर रात कार से कुछ सामान बागरोदा फैक्ट्री में शिफ्ट किया करता था। अग्रवाल ने बताया, ‘मंगलवार सुबह पुलिस ने दुकान का ताला तोड़ा और ड्रमों और बोरियों से कई तरह के केमिकल बरामद किए।’ उन्होंने बताया कि चतुर्वेदी को यह दुकान पिछले साल जुलाई में विष्णु पाटीदार ने किराए पर दी थी।
डीसीपी ने बताया कि दुकान में मिला केमिकल एमडी ड्रग बनाने में इस्तेमाल होता है। अधिकारी ने बताया, ‘इस दुकान पर मिलने वाले कच्चे माल की कीमत स्थानीय बाजार में करीब 60 लाख रुपये है और इससे 250 करोड़ से 350 करोड़ रुपये की अनुमानित कीमत वाली सिंथेटिक ड्रग बनाई जा सकती है।’ उन्होंने बताया कि एनसीबी ने केमिकल भी बरामद किए हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार को दुकान से 30 लीटर अज्ञात पदार्थ भी बरामद किया गया।