मध्य प्रदेश के इंदौर में एक गरबा कार्यक्रम की आयोजन समिति में मुस्लिम व्यक्ति के शामिल होने को लेकर हिन्दू संगठनों के ऐतराज के बाद 10 दिवसीय कार्यक्रम ऐन मौके पर रद्द कर दिया गया। बजरंग दल द्वारा पुलिस के सामने आपत्ति जताए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।
मध्य प्रदेश के इंदौर में एक गरबा कार्यक्रम की आयोजन समिति में मुस्लिम व्यक्ति के शामिल होने को लेकर हिन्दू संगठनों के ऐतराज के बाद 10 दिवसीय कार्यक्रम ऐन मौके पर रद्द कर दिया गया। बजरंग दल द्वारा पुलिस के सामने आपत्ति जताए जाने के बाद यह कदम उठाया गया है।
विश्व हिंदू परिषद के स्थानीय नेता राजेश बिंजवे ने बताया कि बजरंग दल ने भंवरकुआं पुलिस को सौंपे ज्ञापन में कहा था कि गणेश नगर में कथित तौर पर ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा देने और अश्लीलता फैलाने के मकसद से गरबा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बजरंग दल ने पुलिस से मांग की थी कि फिरोज खान नामक व्यक्ति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम पर रोक लगाई जाए।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने पुष्टि की कि पुलिस को गणेश नगर में प्रस्तावित गरबा कार्यक्रम के खिलाफ बजरंग दल का ज्ञापन मिला है। उन्होंने दावा किया कि आयोजकों ने अब तक इस गरबा कार्यक्रम की अनुमति के लिए पुलिस को आवेदन नहीं किया है।
दंडोतिया ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति इस गरबा कार्यक्रम की अनुमति के लिए पुलिस से संपर्क करेगा, तो वैधानिक कदम उठाए जाएंगे।
उधर, गणेश नगर के शिखर गरबा मंडल के कार्यक्रम के आयोजकों में शामिल फिरोज खान ने दावा किया कि पुलिस ने उनके संगठन को 10 दिवसीय गरबा कार्यक्रम की अनुमति दे दी थी, लेकिन बाद में कुछ लोगों ने उस जमीन के मालिक पर अनुचित दबाव बनाया, जिस जगह गरबा होना था, नतीजतन उन्हें यह कार्यक्रम रद्द करना पड़ा।
फिरोज खान ने कहा कि हम पिछले 36 सालों से गणेश नगर में गरबा कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं। मैं बचपन से गरबा पंडाल में सेवा करता आ रहा हूं, लेकिन पहली बार कुछ लोगों को मेरे मुस्लिम होने के कारण इस गरबा कार्यक्रम को लेकर समस्या हुई है।
उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि जिन लोगों को यह समस्या हुई है, मेरा उनसे निवेदन है कि वह गरबा कार्यक्रम आयोजित होने दें ताकि कई दिनों से तैयारी कर रहीं 250 से 300 महिलाएं गरबा कर सकें। अगर लोगों को मेरे नाम से समस्या है, तो मैं गरबा पंडाल में कदम तक नहीं रखूंगा।
खान ने कहा कि वह अपने मोहल्ले के इकलौते मुस्लिम हैं और ईद के साथ दीपावली भी मनाते हैं।
शिखर गरबा मंडल का कार्यक्रम रद्द होने से आयोजक निराश हैं। इस गरबा मंडल की नींव रखने वाले लोगों में शामिल दीपक हार्डिया ने कहा कि हमारा गरबा पंडाल सज गया था। पंडाल में स्थापना के लिए हमने देवी दुर्गा की प्रतिमा भी तय कर ली थी, लेकिन हम धार्मिक कार्यक्रम में कोई विवाद नहीं चाहते, इसलिए हमने गरबा पंडाल हटाते हुए कार्यक्रम रद्द कर दिया है।
हार्डिया ने बताया कि फिरोज खान उनके गरबा मंडल की आयोजन समिति के इकलौते मुस्लिम सदस्य हैं और वह हिंदुओं के धार्मिक कार्यक्रमों में आठ साल की उम्र से शामिल होते आ रहे हैं।
बता दें कि, दक्षिणपंथी संगठन ‘लव जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल यह दावा करने के लिए करते हैं कि मुस्लिम पुरुष अन्य धर्मों की महिलाओं को इस्लाम में धर्मांतरित करने के लिए लुभाते हैं।