देवरिया, निज संवाददाता। शारदीय नवरात्र की तैयारियां पूरी हो गई हैं। शहर से लेकर
देवरिया, निज संवाददाता। शारदीय नवरात्र की तैयारियां पूरी हो गई हैं। शहर से लेकर गांव तक देवी मंदिर सज गए हैं। देवी के स्वागत को श्रद्धालु तैयारी में जुट गए हैं। कलश स्थापना गुरुवार को होगी। पहले दिन मां के शैलपुत्री स्वरुप की पूजा होगी।
शहर के देवरही मंदिर पर विशेष तैयारी की गई है। गर्भगृह की साफ सफाई कर तैयारी पूरी कर ली गई है। मां के आभूषणों को सुनार के वहां भेज कर साफ करा कर मां का शृंगार कर लिया गया है। राघव नगर स्थित दुर्गा मंदिर, अमेठी माई मंदिर, अहिलवार दुर्गा मंदिर, अगस्तपार अष्टभुजी भवानी मंदिर समेत विभिन्न देवी मंदिरों में साफ सफाई कर साज सज्जा का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।
संस्कृत महाविद्यालय बैकुंठपुर के सहायक आचार्य पंडित विवेक उपाध्याय के अनुसार इस वर्ष शारदीय नवरात्र पूरे नौ दिन का है। यह गुरुवार से शुरू होकर शनिवार तक नवरात्र शुभ पक्ष चलेगा। इसमें देवी के पूजन, अर्चन व जागरण आदि कार्यक्रमों के माध्यम से भगवती की आराधना की जाएगी। इस वर्ष कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त सूर्योदय सुबह छ: बजकर 10 मिनट से आरम्भ होकर दोपहर तीन बजकर 10 मिनट तक रहेगा। इस अवधि में श्रद्धालु अपनी स्वेच्छा अनुसार कलश स्थापित कर सकेंगे।
उन्होंने बताया कि देवी का आगमन सर्वदा के लिए शुभ ही माना गया है। पर ज्योतिष चंद्रिका ग्रन्थ के अनुसार देवी के आगमन व प्रस्थान पर विचार करके हुए उसके शुभाशुभ फलों पर प्रकाश डाला गया है। इसके अनुसार इस वर्ष देवी गुरुवार को पालकी पर सवार होकर आ रही हैं। वहीं शनिवार को कुक्कुट यानी मुर्गा पर सवार होकर प्रस्थान कर रही हैं।
यह स्थिति कहीं न कहीं राष्ट्रीय/अंतराष्ट्रीय देशों के लिए जन-हानि, युद्ध की स्थिति में जन हानि, आम जनता की तबाही, विपत्ति आदि की स्थिति को उत्पन्न कर सकता है। इस अशुभत्व फल के निदान हेतु देवी महात्म्य का श्रवण, पाठ, जप आदि करना चाहिए। इस वर्ष पूरे नौ दिनों की नवरात्रि हो रही है। चतुर्थी तिथि की वृद्धि व नवमी की हानि होने के वावजूद भी नौ दिनों की नवरात्र शुभता को प्रदान करेगा ।
महानिशा पूजा 10 अक्टूबर को होगी
पंडित विवेक उपाध्याय के अनुसार महाष्टमी व नवमी व्रत 11 अक्टूबर को होगा। वहीं विजय दशमी 12 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस तिथि को भक्तगण मां की विधि विधान से उपासना करेंगे।
पूजन सामग्री व फल की दुकानों पर रही भीड़
नवरात्र के आगाज से एक दिन पहले ही पूजन सामग्री व फल की दुकानों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। कुछ नामी गिरामी दुकानदारों के यहां देर रात तक लोग खरीदारी को जमे रहे। पूजन सामग्री सौ रुपए से लेकर चार सौ रुपए तक बिकी। इसमें ग्राहक की जरुरत के हिसाब से अलग अलग पैक किया गया था। वहीं कलश 40 रुपए से लेकर 100 रुपए प्रति सेट के हिसाब से बिका। फल, फूल और फलाहारी सामानों की खूब बिक्री हुई।