सोशल मीडिया पर खुदको कैबिनेट मिनिस्टर बताने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने फर्जी दस्तावेजों की मदद से खुदको इस पद का दावेदार बताया है।
मध्य प्रदेश पुलिस ने भिंड के एक शख्स को सोशल मीडिया पर झूठे सरकारी दस्तावेज फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है। इन दस्तावेजों में दावा किया गया है कि गिरफ्तार किया गया शख्स मनोज श्रीवास गैर-मौजूद विभाग में कैबिनेट मिनस्टर के पद पर नियुक्त किया गया है। इन कागजों में दावा किया गया है कि भिंड के रहने वाले श्रीवास को मध्य प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन वित्त एवं विकास निगम में कैबिनेट मिनिस्टर का दर्जा दिया गया है।
एसपी असित यादव ने पत्र के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पत्र हिन्दी में लिखा था। उसमें तमाम गलतियां थीं और यह सोशल मीडिया पर लगातार फैल रहा है। भिंड जिला के बीजेपी अध्यक्ष धर्मेंद्र गुर्जर ने कलेक्टर को इस मामले की जानकारी दी और जांच के आदेश दिए हैं। जिला कलेक्टर के आदेश पर पुलिस ने जांच-पड़ताल की और पता चला कि मनोज के बताए अनुसार इस तरह का कोई भी विभाग या निगम मौजूद नहीं है। श्रीवास के ऊपर भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। इस मामले में आगे की जांच जारी है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक गोहद शहर में एक होर्डिंग भी लगी हुई है। इसमें श्रीवास को बधाई देते हुए दिखाया गया है। इसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की भी तस्वीर लगी हुई है। इस मामले को पुलिस सख्ती के साथ देख रही है। आरोपी से पूछताछ हो रही है कि आखिर उसने ऐसा क्यों किया, इसके पीछे की उसकी मनसा जानने के लिए हर तरह से पूछताछ हो रही है।