देवरिया के जिला मुख्यालय पर टूटी नालियां लगातार हादसों को आमंत्रित कर रही हैं। कई स्थानों पर नालियों की दीवारें टूट गई हैं, जिससे वाहन और लोग गिर रहे हैं। नगर पालिका की अनदेखी से समस्या बढ़ रही है, और…
देवरिया,निज संवाददाता। जिला मुख्यालय पर टूटी नालियां हादसों का दावत दे रही हैं। कहीं एक मीटर तो कहीं-कहीं पांच मीटर तक नालियां टूट गई हैं। कहीं-कहीं तो नाली की दीवार टूट कर नाले में विलिन हो गई है। पिछले कुछ दिनों में नालियों में कई वाहन और लोग गिर चुके है। नगर पालिका इन नालियों के मरम्मत के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहा है। कई जगह टूटे हुए स्लैब समस्या को और बढ़ा रहे हैं। रविवार को हिन्दुस्तान टीम ने शहर के नालों की पड़ताल की तो यह सच्चाई सामने आई।
हेतिमपुर स्टैंड पर टूट गया है नाला, चले जाते है वाहन
जिला मुख्यालय पर गोरखपुर ओवर ब्रीज के समीप नगर पालिका का नाला है। जो शहर के सिविल लाइन से होते हुए कुर्ना नाला तक जाती है। सुगर मिल को लाने वाली सड़क पर हेतिमपुर स्टैंड पर वाहन लगते है। यहा बना हुआ नाला वर्षो से टूटा हुआ है। नाले की ईट का पता नहीं है। आसपास के दुकानदार और स्टैंड वाले बोरे में बालू और मिट्टी भर रखे हुए है। जिससे नाले में सड़क पर खड़े वाहन और पानी न जा सके। वहां पर नाले की दोनों तरफ पांच मीटर तक ऊपर कोई दीवार नहीं है। पिछले दिनों स्टैंड पर खड़ा एक टैंपा टूटे हुए दिवाल के चलते नाले में चला गया था। जिसे क्रेन के द्वारा नाले से निकाला गया था। वहीं एसएसबीएल इंटर कॉलेज के समीप भी नाले की दिवार कई मीटर तक टूटा हुआ है। जिससे आए दिन दुर्घटनांए होती रहती है।
स्टेशन रोड जाने वाली नाले की दीवार का नहीं है पता
शहर के चीनी मिल से नवीन सब्जीमंडी को जाने वाली नाली की कई स्थानों पर एक तरफ की दीवार पूरी तरह टूट गई है। जिससे बरसात में नाले का पानी सड़क पर आ जाता है। सबसे अधिक परेशानी जो उम्दा होटल के समीप है। जहां कई मीटर तक सड़क के तरफ की दीवार टूट गई है। इसके साथ आगे बढ़ने पर कसया ढाला के समीप कई स्थानों पर नाले टूटे हुए है। जिससे कभी कभी लोगों की बाइक दीवार नहीं होने से नाले में चले जाते है। इसके लिए आस पास के लोग और दुकानदारों ने इसके बारे में नगर पालिका से शिकायत किया, इसके बाद भी इन टूटे हुए नालो का मरम्मत कार्य नहीं किया गया।
अबूबकर नगर मोड़ के पास टूटी है नाले की दीवार
गोरखपुर रोड से अबूबकर नगर मोहल्ले के छोटी मस्जिद तक जाने वाले मोड़ के पास बड़े नाले की दीवार कई मीटर तक टूटी हुई है। दीवार नहीं होने से भूमि पर घास जम गई है। जिससे रात में आने जाने वाले वाहन नाले में जाकर गिर जाते है। मोड़ पर घास जमे होने से नाले के बारे में लोगों को जानकारी नहीं हो पाती है। जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है।
अमेठी तिराहे के समीप कई मीटर टूटा है नाला
शहर के अमेठी तिराहे के समीप नाला बना हुआ है। जिससे शहर का पानी नाले के रास्ते कुर्ना नाला से पानी बाहर निकाला जाता है। अमेठी तिराहे तक नगर पालिका का नाला बना हुआ है। नाला सकरा होने के चलते कुछ वर्ष पूर्व नगर पालिका ने जेसीबी लगाकर नाले को तोड़ कर बड़ा कर दिया। नगर पालिका ने नाले का निर्माण नहीं कराया। जिससे मिट्टी की नाली से शहर के पानी के साथ बरसात के पानी निकालने की व्यवस्था है। नाले के आस पास झाड़ियों के होने से नाला जाम हो जाता है। वहीं नाला खुला होने से इसमें कई लोग गिर चुके है।
सीसी रोड पर बने नाले पर नहीं लगा है स्लैब
हनुमानमंदिर से काला गेट, रामनाथ देवरिया मोड़, चटनी गड़ही होते हुए अमेठी मोड़ तक बड़ा नाला जाता है। इसके साथ ही कचहरी चौराहे से राघव नगर होते हुए हनुमान मंदिर तक नाला बना हुआ है। कचहरी शिव मंदिर के सामने से पोस्टमार्टम हाउस होते हुए जल कल रोड होते हुए कचहरी तक नाला गया हुआ है। वहीं ट्यूबेल कालोनी से लेकर साकेत नगर होते हुए तिलई बेलवा तक बने नाला कई स्थानों पर टूटा हुआ है। कई जगह इन नालों के ऊपर स्लैब नहीं पड़ा है।