गंडक नदी की तेज धार में चंपारण तटबंध टूटने से बगह की तीन पंचायतें जलमग्न हो गई हो गई हैं। एक हजार घरों में पानी घुस गया है। पीड़ित परिवार अपने बच्चों और मवेशियों के साथ तटबंध पर शरण लिए है। बचाव कार्य में SDRF जुटी हुई है।
उत्तर बिहार में बाढ़ का कहर जारी है। बगहा जिले के सिंगरी पिपरिया के अगस्तिया के पास गंडक नदी की तेज धार में चंपारण तटबंध ध्वस्त हो गया था। देखते ही देखते गंडक नदी का पानी सिंगाड़ी पिपरिया ,रतवल व सिसही पंचायत के करीब 800 से अधिक परिवार के घरों में प्रवेश कर गया। घरों में तीन से चार फीट पानी प्रवेश कर गया। जिससे आम लोगों के साथ मवेशियों पर भी शामत आ गई। पीड़ित परिवार अपने बाल बच्चों और मवेशियों के साथ तटबंध पर शरण लिए है। वही अधिकांश मवेशी अभी पानी में घिरे हैं। तटबंध पर पीड़ित परिवारों ने रतजगा कर रात गुजारी।
इधर चंपारण तटबंध टूटने की सूचना मिलते ही देर रात जिला पदाधिकारी दिनेश कुमार राय, बगहा एसपी सुशांत कुमार सरोज तटबंध पहुंचे। जहां एसडीएम गौरव कुमार,एसडीपीओ कुमार देवेंद्र , डीसीएलआर अंजेलिके कृति सीओ नर्मदा श्रीवास्तव थानाध्यक्ष संजीत कुमार समेत जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के साथ तटबंध का निरीक्षण किया और स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों से तटबंध टूटने से संबंधित जानकारी ली। अधिकारियों ,अभियंताओं समेत पुलिस पदाधिकारियों को आवश्य दिशा-निर्देश दिया।
आस-पास के निचले इलाकों के गांव में रह रहे लोगों को किसी ऊंचे सुरक्षित स्थानों पर रहने हेतु माइकिंग कराकर जागरूक करने का निर्देश दिया। सोमवार से पीड़ित परिवारों के लिए प्रशासनिक स्तर पर कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था किया गया है। बेहतर स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सा शिविर लगाकर दावा का वितरण भी शुरू किया गया है। गौरतलब हो कि कि तटबंध टूटने से सिंगड़ी पिपरिया ,रतवल व सिसाही पंचायत के करीब आठ सौ से अधिक परिवारों के घर में पानी प्रवेश कर जाने से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है।
आस-पास के निचले इलाकों के गांव में रह रहे लोगों को किसी ऊंचे सुरक्षित स्थानों पर रहने हेतु माइकिंग कराकर जागरूक करने का निर्देश दिया। सोमवार से पीड़ित परिवारों के लिए प्रशासनिक स्तर पर कम्युनिटी किचेन की व्यवस्था किया गया है। बेहतर स्वास्थ्य को लेकर चिकित्सा शिविर लगाकर दावा का वितरण भी शुरू किया गया है। गौरतलब हो कि कि तटबंध टूटने से सिंगड़ी पिपरिया ,रतवल व सिसाही पंचायत के करीब आठ सौ से अधिक परिवारों के घर में पानी प्रवेश कर जाने से आम जनजीवन प्रभावित हो गया है।
वही दूसरी ओर किसानों का सैकड़ों एकड़ गन्ना, धान समेत अन्य फसलों की काफी क्षति हुई हैं। सिंगाड़ी पिपरिया के मुखिया अर्चना देवी ,रतवल मुखिया नितेश राव व सिसही मुखिया कृष्णा यादव ने बताया उनके स्तर से तटबंध पर सामुदायिक किचन की व्यवस्था कर पीड़ितों के बीच राहत मुहैया कराई जा रही है।