लार, हिन्दुस्तान संवाद। थाना लार अक्सर अपने कार्यों को लेकर चर्चा में रहता
लार, हिन्दुस्तान संवाद। थाना लार अक्सर अपने कार्यों को लेकर चर्चा में रहता है। एक बार फिर लार थाने में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। सोशल मीडिया पर वॉयरल एक वीडियो में एक व्यक्ति ने अपने आप को आरएसएस कार्यकर्ता बता पुलिसकर्मियों पर थाने में पीटने का आरोप लगाया है। उसने अधिकारियों से मामले में दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। हलांकि लार पुलिस ने उसके आरोपों को गलत बताया है। आपका अपना अखबार हिन्दुस्तान वायरल वीडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।
लार थाना क्षेत्र के भीखम छपरा गांव निवासी रामेश्वर तिवारी ने जारी वीडियो में कहा है कि वेराष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता हैं। पट्टीदारी में झगड़ा हुआ था। इस मामले में दोनों पक्ष थाने बुलाए गए थे। उनका कहना है कि थाने के गोलंबर में अपनी बेटी के साथ बैठा हुआ था। उसी दौरान अपना परिचय दिया कि मैं रामेश्वर तिवारी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का कार्यकर्ता हूं।
इतना सुनते ही वहां मौजूद दो पुलिसकर्मी उनकी लड़की को गोलंबर से घसीटते हुए उसका बाल पकड़कर पीटते हुए थाने में बने कैबिन में लेकर जाने लगे। उसका विरोध किया तो इन्हें भी थानेदार के कक्ष में ले जाकर बुरी तरह लाठी से मारा पीटा गया। उनका कहना है कि थाने में लगे सीसीटीवी कैमरे का फुटेज खंगाला जाएगा तो इस सारे घटना का वीडियो मिल जाएगा। उन्होंने मामले में मुख्यमंत्री और पुलिस अधीक्षक से दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है।
इस संबंध में थानाध्यक्ष कपिलदेव चौधरी ने कहा कि दो पक्षों का डिलेवरी पाइप से पानी ले जाने का विवाद था। दोनों पक्षों का शांतिभंग में चालान किया गया था। इस मामले में रामेश्वर तिवारी पुलिस पर बेवजह गलत आरोप लगा रहे हैं। सीओ दीपक शुक्ल ने कहा कि मामले की जानकारी नही है। इसके बारे में पता करेंगे।