देवरिया, निज संवाददाता। जिले में तेज हवा के साथ गुरुवार को झमाझम बारिश हुई।
देवरिया, निज संवाददाता। जिले में तेज हवा के साथ गुरुवार को झमाझम बारिश हुई। इससे किसानों के चेहरे खिल उठे। पूरे दिन रुक-रुक कर रिमझिम बरसात होने से मौसम सुहाना हो गया। करीब दो महीने ठीक से बरसात होने खरीफ की फसलों को संजीवनी मिली है। इससे रवी की तैयारी में भी मदद मिलेगी। पानी मिलने से धान समेत खरीफ की अन्य फसलों की बढ़वार तेज होगी।
इस साल खरीफ सीजन के शुरू से ही मानसून ने किसानों को दगा दे दिया है। किसानों ने पंपसेट से पानी चलाकर धान की नर्सरी तैयार की। जून महीने में तपती धूप और भीषण गर्मी में किसानों ने 12 से 14 बार सिंचाई कर नर्सरी तैयार की। किसानों को उम्मीद थी कि मानसून आने पर बरसात शुरू होगी। लेकिन पूरा जून महीना सूखा ही रहा। इससे किसानों को पंपसेट व नहरों के पानी से धान की रोपाई करनी पड़ी। उन्हे उम्मीद थी कि मानसून आने के बाद बरसात होने पर धान की फसल अच्छी होगी।
काफी इंतजार के बाद 30 जून को मानसून ने दस्तक दिया। इसके बाद 11 जुलाई तक बरसात हुई। लेकिन उसके बाद मौसम ने दगा दे दिया। बरसात नहीं होने से धान समेत अन्य फसलों में खरपतवार काफी बढ़ने व बार-बार सिंचाई करने से खेती में लागत काफी बढ़ गयी है। पिछले कुछ दिनों से गर्मी का प्रकोप काफी बढ़ गया था। दिन में सुबह से ही तेज धूप के चलते गर्मी से लोग बेहाल हो गये थे।
बरसात के सीजन में मई, जून की तरह गर्मी का प्रकोप पड़ रहा था। मंगलवार की दोपहर में अचानक मौसम का मिजाज बदला और आसमान में काले बादल छा गये। इसके बाद बूंदाबांदी हुई। हालांकि हवा चलते से बादल उड़ गये। बुधवार को भी दिनभर आसमान में बादल छाये रहे। गुरूवार की दोपहर में अचानक मौसम का मिजाज बदला और चारो तरफ काले बादल छा गये। पहले रिमझिम और उसके बाद झमाझम बरसात होने लगी।
खरीफ फसलों के साथ रवी के लिए फायदेमंद होगी बारिश
जिला कृषि अधिकारी मृत्युंजय कुमार सिंह के अनुसार मानसून के अंतिम समय में हुई बरसात फसलों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी। इससे खरीफ फसलों के होने की उम्मीद बढ़ गयी है। पानी मिलने से फसलों की बढ़वार तेज हो जायेगी। इससे रवी फसलों के लिए खेत की तैयारी करने व तोरिया की बुवाई करना आसान हो जायेगी। विषय वस्तु विशेषज्ञ धीरेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि बरसात से सब्जी की खेती को लाभ मिलेगा। इसके अलावा खेत में नमी होने से किसान जाड़े की सब्जी की बुवाई कर सकते हैं।
दिन में छा गया अंधेरा, लाईट जलाकर चलने वाहन
रिमझिम बरसात के दौरान चारो तरफ काले घनघोर बादल छाने से दिन में ही अंधेरा छा गया। इससे सड़कों पर वाहनों को लाईट जलाकर चलने पड़े। अंधेरा होने से वाहनों की रफ्तार भी धीमी हो गयी। दोपहर में बरसात होने से छुट्टी होने पर छात्र-छात्राओं को भींगते हुए स्कूल से घर जाना पड़ा। कुछ अभिभावक मौसम को देख खुद बाइक लाने स्कूल पहुंच गये। लगातार रिमझिम बरसात होने से लोगों को आवागमन में परेशानी भी हुई। शाम ढ़लते ही बाजार में बहुत कम लोग रह गये। मौसम का रूख देख दुकानें भी अन्य दिनों की अपेक्षा पहले बंद हो गयी।