लार, हिन्दुस्तान संवाद। स्वामी देवननंद पीजी कॉलेज मठ लार के शिक्षक गुरुवार को चौथे
लार, हिन्दुस्तान संवाद। स्वामी देवननंद पीजी कॉलेज मठ लार के शिक्षक गुरुवार को चौथे दिन भी धरने पर बैठे रहे। वह जूनियर को प्राचार्य बनाए जाने का विरोध कर रहे हैं। शिक्षकों का कहना है कि जब तक कॉलेज प्रबंधन उनकी मांगों को नहीं मान लेता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
शिक्षकों के आंदोलन के समर्थन में पहुंचे रामजी सहाय पीजी कालेज रुद्रपुर के पूर्व प्राचार्य प्रो चन्द्रभान वर्मा ने कहा कि शिक्षक समाज का अगुआ होता है। उसका दुखी होना समाज के लिए घातक है। डॉ हरेंद्र चौहान ने प्रो बीएन सिंह के समय में हुए सकारात्मक परिवर्तनों से अवगत कराते हुए कहा कि परिवर्तनों से कुछ अवांछनीय लोगों को दिक्कत हो रही है।
समाजशास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ संतोष कुमार गुप्ता ने कहा कि उन्नति के पथ पर अग्रसर महाविद्यालय के विकास गाथा में वर्तमान प्राचार्य ने निर्णायक भूमिका का निर्वहन किया है। गुआक्ता के पूर्व संयुक्त मंत्री डॉ अनूप श्रीवास्तव ने प्रबन्धक के अनैतिक कार्यों का पुरजोर विरोध किया साथ ही गुआक्ता द्वारा इस संघर्ष को हर संभव समर्थन का वादा किया। इंटर कॉलेज के शिक्षक राजाराम तिवारी ने अपने उद्बोधन में जयचंदों की भूमिका को महाविद्यालय के विकास के लिए बाधक बताया।
बृजेश कुमार सिंह ने कहा कि शिक्षक,छात्र एवं कर्मचारियों से ही संस्था का विकास है इसका विनाश हमें मंजूर नहीं। डॉ हेमंत मिश्र ने अपने उद्बोधन में आकंठ एवं लोभ में डूबे हुए प्रबंधक के आचरण को अशोभनीय बताया। श्यामेश्वर महविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो रामचेत यादव ने अपने संबोधन में कहा की जोर, जुल्म,अन्याय को सहा नहीं जायेगा इसका पुरजोर विरोध होगा।
माध्यमिक शिक्षक संघ के पूर्व महामंत्री एवम् गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्र संघ के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ महेंद्र राय ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई है। संत विनोबा पी जी कालेज के प्रो अशोक सिंह ने कहा की निश्चित ही जहां सत्य है,विजय भी उसी की होगी। महाविद्यालय के लिपिक अजय उपाध्याय ने बदले हुए शैक्षिक वातावरण का पूरा श्रेय प्राचार्य को देते हुए यह स्पष्ट किया कि प्रो ब्रह्मानंद सर ही हमारे प्राचार्य थे,हैं और आगे भी रहेंगे।
संत विनोबा पी जी कालेज के प्रो अरविंद,डॉ राम अशीष,डॉ सूरज मिश्रा,डॉ गायत्री जायसवाल,डॉ सुधीर कुमार राय,डॉ लल्लन प्रजापति,डॉ सागर मौर्य, डॉ विनय बरनवाल ,डॉ मुहम्मद नूर आलम अंसारी आदि प्रध्यापकों और शिक्षणेत्तर वर्ग के साथियों ने एक स्वर से प्रो ब्रह्मानन्द सिंह को तत्काल प्राचार्य पद पर बहाल करने की मांग किया है। धरने का संचालन प्रो गिरीश चंद पांडेय ने किया। प्रो संजय कुमार राय ने आंदोलन का समर्थन करने वालों के प्रति आभार जताया।