देवरिया, निज संवाददाता। बाईपास से प्रभावित किसानों को बिना कटौती मुआवजे की मांग को
देवरिया, निज संवाददाता। बाईपास से प्रभावित किसानों को बिना कटौती मुआवजे की मांग को लेकर किसानों ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर हुंकार भरी। उन्होंने तीखी धूप और भीषण गर्मी में सुभाष चौक से लेकर कलेक्ट्रेट तक नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट में किसान महापंचायत कर सर्किट रेट से चार गुना मुआवजा देने की मांग की। किसानों के आंदोलन को देखते हुए पूरी कलेक्ट्रेट पुलिस छावनी बनी रही। डीएम कार्यालय जाने को लेकर किसान नेताओं व पुलिस कर्मियों में नोंक-झोंक भी हुई।
भारतीय किसान यूनियन के पूर्वी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष अनूप चौधरी, महासचिव जनार्दन मिश्र, सतीश चन्द्र ओझा, पूर्वी उत्तर प्रदेश के उपाध्यक्ष विनय सिंह,जिलाध्यक्ष गिरीश नारायण शाही, भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अजीत कुमार त्रिपाठी व खेत मजदूर यूनियन के सतीश कुमार, किसान संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रेमचंद यादव नेतृत्व में किसानों ने न 727 ए और भी से प्रभावित किसानों को समुचित मुआवजा देने की मांग को लेकर सुभाष चौक से लेकर कलेक्ट्रेट तक नारेबाजी करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
किसानों के आदोलन को देख कई थानों के पुलिस कर्मियों को बुलाया गया था। प्रदर्शन वाले किसानों को पुलिस ने कलेक्ट्रेट के दक्षिणी गेट की जगह उत्तरी से प्रवेश कराया। आंदोलनकारी डीएम कार्यालय की ओर बढ़ने का प्रयास किये, लेकिन पुलिस ने उन्हे रोक दिया। इसको लेकर किसान नेताओं व पुलिस के बीच नोंक-झोंक भी हुई। किसान महापंचायत में विनय सिंह सैंथवार ने कहा कि बाईपास, फोर लेन के नाम पर किसानों के जमीन का जिले में व्यापक पैमाने पर अधिग्रहण किया जा रहा है।
एक तरफ जिला प्रशासन 2020 के सर्किल रेट से ग्रामीण किसानों को प्रत्येक गाटा में 102 एयर तक चार गुना मुआवजा देने के बाद पूरे जमीन के मुआवजा में 2/3 अर्थात 67% की कटौती कर ले रहा हैं। वहीं अर्ध नगरी, नगरीय एवं विशिष्ट गावों में 2020 के सर्किल रेट से 102 एयर तक सर्किल रेट का दोगुना मुआवजा देने के बाद पूरे जमीन के मुआवजा में 2/3 अर्थात 67% की कटौती किया जा रहा हैं। किसान नेताओं का डीएम दिव्या मित्तल से वार्ता हुआ। उन्होंने किसानों को उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
इस दौरान एडीएम विपिन द्विवेदी व सीओ संजय कुमार रेड्डी भी मुस्तैद रहे। महापंचायत में विनोद गुप्ता, अरविंद कुमार सिंह, मिथिलेश यादव, राणा प्रताप सिंह, जानिसार अख्तर, सुनील राय, चन्द्रदेव सिंह, कृष्ण कांत सिंह, सुरेन्द्र चौहान, गोविंद गुप्ता, कलक्टर शर्मा, मदन चौहान, राम किशोर चौहान, रमाशंकर गुप्ता, हरेन्द्र सिंह, सुग्रीव मिश्र, साधुशरण, धनंजय सिंह, प्रभुदयाल सिंह आदि शामिल रहे।