मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुजुर्ग के साथ साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने पोर्न का झूठा मामला बताकर पीड़ित से करीब 2.55 करोड़ रुपए लूट लिए।
मध्य प्रदेश के उज्जैन से साइबर ठगी और डिजिटर अरेस्ट का मामला सामने आया है। साइबर अपराधियों ने रिटायर्ड बुजुर्ग से करीब 2.55 करोड़ रुपए ठग लिए। ठगों ने खुदको सीबीआई अधिकारी बताते हुए उनके खिलाफ पोर्न और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केस दर्ज होने की बात कही। इससे घबराकर माधव नगर निवासी ने धीरे-धीरे कर इतनी बड़ी रकम साइबर अपराधियों के हवाले कर दी। जब तक उन्होंने बात समझ पाई तब तक बहुत देर हो चुकी थी।
खुदको बताया सीबीआई अधिकारी
घटना उज्जैन के माधव नगर थाना क्षेत्र के मंगल कॉलोनी की है। यहां रहने वाले में 76 साल के बुजुर्ग रविन्द्र कुलकर्णी हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड से रिटायर्ड हैं। इनके दो बेटे हैं जो अक्सर काम के सिलसिले में बाहर रहते है। वह अपनी पत्नी अनामिका के साथ रहते है। 10 सितंबर की रात उनके पास व्हाट्सएप कॉल आई। बात करने वाले शख्स ने खुदको सीबीआई का अधिकारी बताया और कहा आपके खिलाफ मुंबई के तिलकनगर थाने में पोर्न वीडियो के मामले में केस दर्ज है। फर्जी अधिकारियों ने कहा कि इसमें तीन साल की जेल और 5 लाख तक का जुर्माना होता है। इससे कुलकर्णी दंपति परेशान हो गए।
तीन दिन रहे डिजिटल अरेस्ट
इस बारे में किसी से जिक्र करते कि इससे पहले उनके पास एक और फोन कॉल आई। फोन करने वाले ने खुद को मुंबई के अंधेरी थाने का एसआई हेमराज कोली बताया। आरोपियों ने बुजुर्ग दंपती को अपने झांसे में लिया और डराते हुए उन्हें किसी से भी मिलने, शिकायत करने और बातचीत करने से मना कर दिया। आरोपी उन्हें लगातार धमकी भी देते रहे इस कारण वो लोग तीन दिन तक घर से बाहर नहीं निकले और घर में ही बंद बने रहे। इसके बाद उन लोगों को अपने साथ हुए फ्रॉड का एहसास हुआ तो उन्होंने थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई।
20 सितंबर को दंपति माधव नगर पहुचे ओर माधव नगर थाने में शिकायत की। इस पूरे मामले में उज्जैन पुलिस अधीक्षक प्रदीप शर्मा का कहना है कि उज्जैन के माधवगढ़ थाना क्षेत्र में रहने वाले 74 वर्षीय बुजुर्ग दंपति से डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ढाई करोड रुपए से अधिक की ठगी की गई है। आरोपियों ने अपने आप को सीबीआई का अधिकारी बताया था। और बुजुर्ग दंपत्ति को अश्लील पॉर्न वीडियो के मामले में फसाने की धमकी दी थी। मामले में शिकायत दर्ज कर ली गई है साइबर टीम को भी एक्टिव किया गया है जल्दी आरोपियों को पकड़ लिया जाएगा।