देवरिया के महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में मौसम में उतार-चढ़ाव के कारण बच्चों में उल्टी, दस्त, बुखार, और पेट दर्द जैसी बीमारियों में बढ़ोतरी हो रही है। रविवार को 56 बच्चे इलाज के लिए भर्ती थे।…
देवरिया, निज संवाददाता। महर्षि देवरहा बाबा मेडिकल कॉलेज में हर रोज उल्टी, दस्त, बुखार, झटका व पेट दर्द से पीड़ित मासूम इलाज के लिए भर्ती हो रहे हैं। रविवार को हिन्दुस्तान टीम ने पड़ताल की तो मेडिकल कालेज के पीआईसीयू व चिल्ड्रेन वार्ड में इलाज 56 बच्चे भर्ती हैं। बीमार बच्चों की संख्या अधिक होने से पीआईसीयू में एक बेड पर दो से तीन बच्चों का इलाज किया जा रहा है।
कभी तेज धूप तो कभी आसमान में बदली के चलते मौसम में बदलाव का असर मासूमों पर पड़ रहा है। जिससे बच्चे आए दिन बीमार पड़ रहे हैं। एक तरफ जहां इलाज के बाद स्वस्थ होने पर बच्चों को डिस्चार्ज किया जा रहा है। वहीं पीआईसीयू वार्ड व चिल्ड्रेन वार्ड में भर्ती होने वाले बच्चों की संख्या भी कम नहीं हो रही है। मौसम के उतार-चढ़ाव से नौनिहाल उल्टी, दस्त, खांसी, बुखार, झटका व डायरिया जैसी बीमारियों के चपेट में आ रहे हैं।
मेडिकल कॉलेज के पीआईसीयू व चिल्ड्रेन वार्ड की पड़ताल की तो यहां कुल 56 बच्चों का इलाज चल रहा था। बच्चों के अत्याधिक बीमार होने की संख्या के चलते पीआईसीयू वार्ड में एक-एक बेड पर 2 से 3 बच्चों का इलाज किया जा रहा है। भलुअनी की साक्षी (4वर्ष) के परिजन दो दिन से भर्ती कराए हैं। बुखार नहीं उतर रहा है। इसी प्रकार बगहां चौरी अवनीश (2वर्ष) बुखार से पीड़ित है रविवार को भर्ती हुआ है। अंकुश (1वर्ष) उल्टी दस्त से परेशान है इलाज के लिए उसे रविवार को भर्ती कराया गया है।
इसी प्रकार तरकुलवा के आयुष (11वर्ष) को झटका आ रहा है। 2 दिन से भर्ती है रविवार को कुछ उसे राहत मिली थी। बघौच घाट के कान्हा (4 माह ) पेट दर्द बुखार व पेशाब की समस्या से पीड़ित है। यहां उसका इलाज चल रहा है। बुखार व झटका बीमारी से अंशुका (4वर्ष) दो दिन से भर्ती है लेकिन अभी आराम नहीं है। गौरीबाजार के कान्हा (1 वर्ष) दो दिन से बुखार आ रहा है पीआईसीयू वार्ड में भर्ती हैं।
मौसम में लगातार हो रहे उतार चढ़ाव के चलते बच्चे बीमार हो रहे हैं। उन्हें धूप में बाहर लेकर चलने से बचाने की जरूरत है। मेडिकल कालेज में पीआईसीयू व चिल्ड्रेन वार्ड में बच्चों के इलाज के लिए बेहतर इंतजाम किया गया है। जो भी बीमार बच्चे भर्ती के लिए आ रहे हैं। उनका समुचित इलाज किया जा रहा है।
डॉ. एचके मिश्रा, सीएमएस, मेडिकल कालेज।